Anti Corruption Trap | पुणे के चाकण में वेक्सीनेशन के लिए 400 रुपए की रिश्वत लेते कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारी एंटी करप्शन के जाल में फंसा 

चाकण (Chakan Crime), 27 अगस्त : Anti Corruption Trap | चाकण ग्रामीण हॉस्पिटल (Chakan Rural Hospital) के वेक्सीनेशन सेंटर (Vaccination Center) में कार्यरत कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारी (contract worker) द्वारा वैक्सीन देने के लिए 400  रुपए की रिश्वत (Bribe) लेते एंटी करप्शन ब्यूरो (Anti Corruption Trap) ने जाल बिछाकर गिरफ्तार (Arrest) कर लिया है। यह कार्रवाई गुरुवार की दोपहर दो बजे चाकण ग्रामीण हॉस्पिटल में की गई। गिरफ्तार कर्मचारी का नाम सचिन अरुण शिंदे (Sachin Arun Shinde) (नि – रसे, तहसील – खेड़) है।

चाकण ग्रामीण हॉस्पिटल (Chakan Rural Hospital) में कोरोना वेक्सीनेशन (Corona Vaccination) किया जा  रहा है। यहां नागरिकों की काफी भीड़ रहती है।  भीड़ पर नियंत्रण पाने के लिए सचिन शिंदे पिछले कुछ दिनों से यहां काम कर  रहा था। फ़िलहाल वह इस हॉस्पिटल में अधिकृत रूप से नियुक्त था या नहीं यह जानकारी सामने  नहीं आ पाई है।

एसीबी (ACB) के अधिकारियों और कर्मचारियों ने सचिन शिंदे को  हॉस्पिटल के गेट पर शिकायतकर्ता से 400 रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथों पकड़ लिया। सचिन शिंदे  के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो एक्ट (Anti Corruption Bureau Act) के अनुसार चाकण पुलिस स्टेशन (Chakan Police Station) में केस दर्ज किया गया है।  इस कार्रवाई के बाद चाकण ग्रामीण हॉस्पिटल का वेक्सीनेशन सेंटर बंद कर दिया गया है। इस कार्रवाई के बाद पुलिस ने अन्य लोगों से पूछताछ शुरू की है।

 

 

 

 

—————————————————————————————————————————

 

Pune Crime | पुणे के बोलाई माता मंदिर से चोरी करने वाला शातिर बदमाश गिरफ्तार, पुणे पुलिस की कार्रवाई

Pune Crime | पुणे के चतुश्रृंगी में बेटा नहीं होने के कारण ससुराल वालों ने किया प्रताड़ित, बहू की आत्महत्या मामले में 4 लोगों पर FIR

Pune Crime | पुणे के चिंचवड़ स्टेशन में बिल्डर के कार्यालय के सामने कॉन्ट्रैक्टर ने की आत्महत्या ! राजेश अग्रवाल, संतोष अग्रवाल, राहुल भंडारी, अजीत गायकवाड़, अभिजीत गायकवाड़, सचिन किल्लेदार, ललित जैन सहित 8 लोगो के खिलाफ FIR

पुणे (Pune News), 27 अगस्त : बिल्डर द्वारा कॉन्ट्रैक्ट सिस्टम पर किये गए काम के पैसे नहीं दिए जाने पर कॉन्ट्रैक्टर ने दो दिन आंदोलन (Pune Crime) किया। दो दिन आंदोलन करने के बाद भी जब बिल्डर ने पैसे नहीं दिए (Pune Crime) तो कॉन्ट्रैक्टर ने जहरीली दवा खाकर आत्महत्या (Suicide) कर ली।