Anti Corruption | 2 करोड़ रुपए रिश्वत मामले में SDPO को एंटी कॉरप्शन ने रंगे हाथ पकड़ा, पुलिस ने लिए 10 लाख, महाराष्ट्र पुलिस विभाग में खलबली

परभणी – (Anti Corruption) एक दुर्घटना मामले में मदद के लिए मांगे गए दो करोड़ रुपये में से 10 लाख रुपये लेते हुए मुंबई में एंटी कॉरप्शन (Anti Corruption) की टीम ने सेलू में एक अनुमंडल पुलिस अधिकारी के अधिकार क्षेत्र में काम करने वाले एक पुलिस अधिकारी को रंगे हाथ पकड़ा है। इस मामले में उपविभागीय पुलिस अधिकारी राजेंद्र पाल (Rajendra Pal) समेत दो पर सेलू पुलिस थाने  में मामला दर्ज किया गया है।

एंटी कॉरप्शन विभाग के अनुसार, 3 मई 2021 को सेलू थाने में दुर्घटना का मामला दर्ज किया गया था। मृतक की पत्नी के साथ शिकायतकर्ता के मोबाइल फोन पर हुई बातचीत का ऑडियो क्लिप वायरल होने के बाद 9 जुलाई को अनुमंडल पुलिस अधिकारी राजेंद्र पाल ने शिकायतकर्ता से अपने कार्यालय में कहा था कि मैंने आपका वायरल ऑडियो क्लिप सुना है। अगर आप इससे बाहर निकलना चाहते हैं तो आपको मुझे 2 करोड़ रुपये देने होंगे। इसके लिए वह शख्स को बार-बार कार्यालय भी बुलाता था और अभद्र भाषा कहकर उसका अपमान करता था।

हालांकि शिकायतकर्ता रिश्वत नहीं देना चाहता था, इसलिए उसने 22 जुलाई को मुंबई में रिश्वत रोकथाम विभाग के कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के मुताबिक विभाग के अधिकारियों ने 23 जुलाई को शिकायत की जांच की। इसमें अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राजेंद्र पाल ने शिकायतकर्ता से अपराध में मदद के लिए दो करोड़ रुपये की मांग की।

कुछ ही देर बाद अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राजेंद्र पाल के कार्यालय से जुड़े पुलिस कर्मचारी गणेश लक्ष्मणराव चव्हाण को शिकायतकर्ता के भाई से 10 लाख रुपये की रिश्वत लेते एंटी कॉरप्शन की टीम ने रंगे हाथ पकड़ा। इस मामले में अब सेलू पुलिस थाने में उपविभागीय पुलिस अधिकारी राजेंद्र पाल व पुलिस कर्मचारी गणेश चव्हाण के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया गया है।