Anti Corruption Nashik | महाराष्ट्र के नाशिक में 8 लाख की रिश्वत मामले में ZP की शिक्षणाधिकारी डॉ. वैशाली झनकर-वीर फरार ? 

नाशिक (Nashik news), 12 अगस्त : नाशिक (Anti Corruption Nashik) के जिला परिषद् की माध्यमिक शिक्षणाधिकारी डॉ. वैशाली झनकर-वीर (Dr. Vaishali Jhankar-Veer) के साथ उनके ड्राइवर ज्ञानेश्वर येवले (Dnyaneshwar Yevale) को एंटी क्रप्शन ब्यूरो (Anti Corruption Bureau) ने रंगेहाथ पकड़ा था ।  यह कार्रवाई मंगलवार 10 अगस्त को की गई।  उन्हें कब्जे में लिया गया।  लेकिन रात में संदिग्ध महिला को गिरफ्तार (Arrest) नहीं करने का  सिस्टम है।  सूर्यास्त होने के बाद महिला को गिरफ्तार नहीं करने का नियम होने के कारण  डॉ. वैशाली झनकर-वीर को बुधवार को हाज़िर होने का निर्देश देते हुए उन्हें घर जाने के लिए कहा गया।  लेकिन दूसरे दिन झनकर-वीर पुलिस स्टेशन (police station) में हाज़िर नहीं हुई।

 

सरकार दवारा मंजूर किये गए दो शिक्षण संस्थाओं के स्कूल का 20% अनुदान के अनुसार नियमित वेतन शुरू करने के लिए झनकर ने कार्यादेश जारी करने के लिए 9 लाख रुपए मांगे थे।  लेकिन समझौते के बाद 8 लाख रुपए देना तय हुआ। इस मामले (Anti Corruption Nashik) में अन्य दो संदिग्ध सरकारी वाहन चालक ज्ञानेश्वर येवले और प्राथमिक शिक्षक पंकज दशपुते को जिला कोर्ट (district court) में पेश किया गया था।

इन दोनों को नाशिक जिला व सत्र न्यायालय ने 13 अगस्त तक पुलिस कस्टडी (police custody) में भेज दिया है। 8 लाख रुपए की रिश्वत सरकारी वाहन चालक के जरिये स्वीकार करने की वजह से नाशिक जिला परिषद् (Nashik Zilla Parishad) की माध्यमिक शिक्षणाधिकारी डॉ. वैशाली-झनकर-वीर को ठाणे के एसीबी (ACB) की टीम ने कब्जे में लिया था।

लेकिन बुधवार को वह पुलिस स्टेशन में हाज़िर नहीं हुई।  यह जानकारी पुलिस ने  दी है।

 

 

 

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