जलगांव में बीजेपी को एक और झटका, मतदान से कुछ घंटे पहले एक और ग्रुप शिवसेना में शामिल!

जलगांव : जलगांव मनपा के महापौर चुनाव आंदोलन ने गति पकड़ ली है। शिवसेना ने एक मजबूत सर्जिकल स्ट्राइक किया और बीजेपी के 30 नगरसेवकों को अपने तंबू में ले आया। लेकिन अब भाजपा को एक और झटका लगा है और एक अन्य समूह शिवसेना में शामिल हो गया है।

जलगांव मनपा के महापौर और उपमहापौर पद के लिए चुनाव ऑनलाइन होना है। इस मतदान से पहले ही भाजपा का एक समूह शिवसेना में मिल गया है। इसलिए आज जलगाँव में सांगली पैटर्न दोहराये जाने की संभावना है। शिवसेना ने जयश्री महाजन को मेयर पद के लिए मैदान में उतारा है जबकि उपमहापौर के लिए कुलभूषण पाटिल को उम्मीदवार बनाया गया है।

भाजपा की ओर से प्रतिभा कापसे ने महापौर पद के लिए और सुरेश सोनवने ने उपमहापौर पद के लिए अपनी उम्मीदवारी दाखिल की है। इस चुनाव में शिवसेना की जीत लगभग तय है। क्योंकि जलगांव मनपा चुनाव में नगर विकास मंत्री एकनाथ शिंदे, पालक मंत्री गुलाबराव पाटिल और सांसद विनायक राउत पार्टी का नेतृत्व कर रहे हैं। इसके बाद भी राज्य की महाविकास आघाड़ी सरकार पूरी ताकत लगाकर सत्ता काबिज करने की कोशिश में है।

विशेष रूप से, जलगांव में सत्ता में आए भाजपा को झटका देते हुए शिवसेना और राष्ट्रवादी ने 57 में से नगरसेवको को शिवसेना में शामिल करवाया है। महापौर चुनाव हारने के डर से भाजपा ने औरंगाबाद खंडपीठ में याचिका दायर की थी। याचिका में कहा गया है कि शिवसेना के तंबू में गए नगरसेवक व्हीप नहीं बजा सकते और हाँ अगर महासभा ऑनलाइन न होकर ऑफलाइन हो तो व्हीप बजा सकते हैं। हालांकि, औरंगाबाद खंडपीठ ने भाजपा की याचिका को खारिज कर दिया। कोरोना के कारण अदालत ने चुनाव को ऑनलाइन कराने का आदेश दिया है। इसलिए भाजपा को बहुत बड़ा झटका लगा है।

भाजपा नगरसेवक दो दिन पहले पहुंचे ठाणे

जलगांव मनपा के महापौर और उपमहापौर का चुनाव 18 मार्च को होना है। इससे पहले शिवसेना ने सत्तारूढ़ भाजपा के 27 नगरसेवकों को तोड़ दिया था। शिवसेना द्वारा तोड़े गए सभी 27 नगरसेवक शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे के कब्जे में हैं। सभी नगरसेवक ठाणे से ऑनलाइन वोट डालेंगे। 27 नगरसेवक के शिवसेना में शामिल होने के बाद 5 और नगरसेवक शिवसेना में आ गए। परिणामस्वरूप, 57 भाजपा पार्षदों में से आधे शिवसेना के साथ हैं। इसलिए अब जलगाँव में सांगली पैटर्न का होना तय है।