संगठित अपराध पर एक और प्रहार; 2 गैंगों पर लगा मकोका

पिंपरी। संगठित अपराध के खिलाफ मोर्चा खोले हुए पिंपरी चिंचवड पुलिस ने शहर की दो गैंगों के खिलाफ मकोका यानी महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम के तहत कार्रवाई की है। इसमें निगडी की अमोल वाले और पिंपरी की धर्मेश पाटील गैंग का समावेश है। उनके खिलाफ मकोका की कार्रवाई करने के आदेश अपर पुलिस आयुक्त रामनाथ पोकले ने जारी किये हैं। इस कार्रवाई के बाद शहर की गैंगों में खलबली मच गई है।
वाले गैंग के मुखिया अमोल बसवराज वाले (23, निवासी इंदिरानगर, ओटास्किम, निगडी, पुणे), मेघराज ऊर्फ राज संजय वाले (25, निवासी इंदिरानगर, ओटास्किम, निगडी, पुणे), आनंद बसवराज वाले (19, निवासी इंदिरानगर, ओटास्किम, निगडी, पुणे) के खिलाफ मकोका की कार्रवाई की गई है। बीते साल एक हत्या के मामले के आरोपी रहे वाले भाई अपने निजी स्वार्थ और आर्थिक लाभ के लिए गैंग बनाकर संगठित होकर आपराधिक वारदातों को अंजाम दे रहे थे। यह ध्यान में आने के बाद निगडी थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक गणेश जवादवाड ने पुलिस उपायुक्त मंचक इप्पर के जरिये वाले गैंग के खिलाफ मकोका की कार्रवाई करने का प्रस्तावअपर आयुक्त के पास भेजा था, जिसे मंजूरी मिल गई है।
पिंपरी पुलिस थाने में जानलेवा हमला कर डकैती की वारदात में शामिल धर्मेश पाटिल और उसकी गैंग अपने वर्चस्व और आर्थिक लाभ के लिए संगठित होकर अपराध में लिप्त है। यह ध्यान में आने के बाद धर्मेश शामकांत पाटिल (25, निवासी गोकुलधाम हाऊसिंग सोसाईटी, पुणे), स्वप्निल संजय कांबळे (28, निवासी आदर्शनगर, पिंपरी), सोनु विनोद पारचा (30, निवासी मिलिंदनगर, पिंपरी), रशिद इर्शाद सय्यद (26, निवासी श्रमिक नगर, पिंपरीगांव, पुणे), राज दत्ता चौरे (निवासी मिलिंदनगर, पिंपरी, पुणे) नामक आरोपियों के खिलाफ मकोका की कार्रवाई का प्रस्ताव पिंपरी थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक मिलिंद वाघमारे ने अपर पुलिस आयुक्त के पास भेजा था, जिसे मंजूरी मिल गई। इस कार्रवाई को पीसीबी के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक राजेंद्रसिंह गौर, सहायक  पुलिस निरीक्षक अन्सार शेख, गणेश लोंढे, अंमलदार सचिन चव्हाण, अनिल गायकवाड, ओंकार बंड, संदिप दानवे, निलेश चासकर ने अंजाम दिया।