अनिल देशमुख का इस्तीफा तो सिर्फ एक शुरुआत… आगे आगे देखो होता है क्या?

मुंबई : परमबीर सिंग ने गृहमंत्री अनिल देशमुख पर लगाए गए आरोपों पर मुंबई उच्च न्यायालय में सुनवाई की गई। न्यायालय ने गृहमंत्री अनिल देशमुख पर लगे आरोपों की प्राथमिक जांच करने के आदेश सीबीआई को दिया है। इसी पृष्ठभूमि अनिल देशमुख ने इस्तीफा दिया है। इसके बाद राजनीति गरमाई हुई है। भाजपा के साथ अन्य पार्टियों ने सरकार पर चौतरफा निशाना साधा है। अनिल देशमुख का इस्तीफा तो शुरुआत है आगे आगे देखो क्या होता है। यह ट्वीट भाजपा नेता गिरीश महाजन ने किया है।

भाजपा के संकटमोचक के रूप में पहचाने जाने वाले गिरीश महाजन ने एक के बाद एक ट्वीट करते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और महाविकास आघाडी पर जोरदार निशाना साधा है। इस सरकार ने कई क्षेत्रो में भ्रष्टाचार का बीज बोया है। अब यह पाप का घड़ा भर गया है। अनिल देशमुख का इस्तीफा तो एक शुरुआत है, ऐसा दावा गिरीश महाजन ने किया है।

ठाकरे सरकार के सपोर्ट का कारण अनिल देशमुख को अभय मिला था। अनिल देशमुख का इस्तीफा प्रचंड नाटकीय और कोर्ट के आदेश के बाद का है। इसलिए राज्य सरकार के गैर जिम्मेदार हरकत एक बार फिर से सामने आ गया है। हालांकि जो कुछ सामने आया है वो सिर्फ हिमखंड के नोक के बराबर है। अभी बहुत कुछ बाहर आना बाकी है।

राज्य में वसूली के लिए ठाकरे सरकार के मंत्री अनिल देशमुख को हाईकोर्ट ने झटका दिया उसके बाद उन्होंने इस्तीफा दिया। यह तो सिर्फ एक शुरुआत है और भी घोटाले सामने आना बाकी है। आगे आगे देखो क्या होता है?

सरकार को जनता से कुछ लेना-देना ही नहीं है

कोरोना के संकट के बाद भी राज्य के इस सरकार कओ जनता से कुछ लेना-देना नहीं है, ये सिर्फ वसूली सरकार है। एक एपीआई को 100 करोड़ का टार्गेट देनेवाली यह फिरौती की सरकार है। जब अनिल देशमुख पर आरोप लगे तभी उनको नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने की जरूरत थी। भाजपा की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ ही हम सबने मांग की थी, ऐसा भी महाजन ने कहा है।

इसी बीच मुंबई उच्च न्यायालय ने परमबीर सिंग की याचिका के साथ अन्य दो याचिका को खारिज करते हुए वकील जयश्री पाटिल की याचिका पर आदेश दिया है।