शानदार! 3 महीने में 73 हजार गाड़ी चालकों पर कार्रवाई

पिंपरी : समाचार ऑनलाईन –  गाड़ी चलाने के दौरान लाइसेन्स न रखने, रैश ड्राइविंग, हेल्मेट न पहनना तथा गाड़ी चलाते हुए मोबाइल का इस्तेमाल जैसे  मामलों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। इनमें लाइसेन्स न रखने तथा गाड़ी चलाने के दौरान मोबाइल के इस्तेमाल के मामलों की संख्या सर्वाधिक है। पिछले तीन महीने में ऐसे 73,119 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है।

एन्टी गुंडा स्क्वॉड नियुक्त किए गए हैं
रैश ड्राइविंग एवं हुल्लड़बाजी पर नियंत्रण हेतु पुलिस कमिश्नर आर.के. पद्मनाभन द्वारा शाम के दौरान विभिन्न जगहों पर एन्टी गुंडा स्क्वॉड नियुक्त किए गए हैं। इन स्क्वॉड के माध्यम से पिछले तीन महीने में 83,948 गाड़ियों की जांच की गई।

83,948 गाड़ियों की जांच की गई
सीपी आर.के. पद्मनाभन के आदेशानुसार 9 मई से 12 अगस्त तक सभी पुलिस स्टेशनों के जांच स्क्वॉड एवं क्राइम ब्रांच द्वारा प्रति दिन शाम 7 से रात 12 बजे तक विभिन्न जगहों पर गश्त लगाई गई। पुलिस ने 83,948 गाड़ियों की जांच की व 73,119 वाहन चालकों पर कार्रवाई की। हुल्लड़बाज ड्राइवरों से नागरिकों को परेशानी होती है। रांग साइड से गाड़ी चलाने की वजह से भी दुर्घटना की आशंका होती है। इस आशंका के मद्देनजर यह कार्रवाई की गई।

ड्राइविंग के साथ मोबाइल का इस्तेमाल करने के मामले सर्वाधिक
एंटी गुंडा स्क्वॉड द्वारा 83,948 गाड़ियों की जांच की गई। इनमें ट्रिपल सीट गाड़ी चलाने वाले 10,467, हेल्मेट न पहनने वाले 3,143, गाड़ी चलाने के दौरान लाइसेन्स व कागजात न रखने वाले 38,465 तथा ड्राइविंग करते हुए मोबाइल का इस्तेमाल वाले 4,613 लोगों पर कार्रवाई की गई। इसके अलावा पिछले तीन महीने में सरकारी काम में बाधा पहुंचाने वाले 4 तथा फैन्सी नंबर प्लेट वाले 2,508 लोगों पर भी कार्रवाई की गई। साथ ही बिना नंबर प्लेट के गाड़ी चलाने वाले 2,508 व रैश ड्राइविंग के 491 मामले दर्ज किए गए हैं।

26 शातिर बदमाश पुलिस के हत्थे चढ़े 
पुलिस स्टेशन के कार्यक्षेत्र में बदलाव कर दूसरी जगहों पर कराई गई जांच में शहर से तड़ीपार किए गए 26 गुंडे पकड़े गए। कार्रवाई के दौरान शोरगुल मचाने व सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने वाले चार लोगों को गिरफ्तार किया गया। देर रात बाइक पर शोरगुल मचाते हुए सड़कों पर ही बर्थ-डे मनाने के मामले भी इस कार्रवाई से नियंत्रित हुए हैं।

सकारात्मक  परिणाम : आर।के। पद्मनाभन
सीपी आर।के। पद्मनाभन ने कहा, कॉलेज स्टूडेंट्स व कुछ अन्य लोग तेजी से गाड़ी चलाते हुए अपनी व दूसरे लोगों की जान के लिए खतरा पैदा करते हैं। ऐसे लोगों पर कार्रवाई की मांग नागरिक कर रहे थे। इसके चलते सभी पुलिस स्टेशनों के स्क्वॉड से महत्वपूर्ण चौराहों पर कार्रवाई मुहिम चलाई गई। 9 मई से विभिन्न जगहों पर नाकाबंदी शुरू की गई। नागरिकों को शुरुआत में कुछ असुविधा हुई, मगर कुछ ही दिनों में इसके सकारात्मक परिणाम देखे गए।