कथित मेडिकल रिप्रजेंटेटिव चलाता था सेक्स रैकेट, 4 महिलाएं मुक्त

पटना. ऑनलाइन टीम पैसे कमाने की होड़ में इंसान इस कदर गिर गया है कि उसे न तो अपनी फिक्र है और ही अपने परिवार की। हैरत यह है कि वह सारे धंधे परिवार के लिए ही चलाता है। बिहार की राजधानी पटना के ही उपनगर बिहारशरीफ में एक ऐसे सेक्स रैकेट का पर्दाफाश हुआ है, जिसे कथित रूप से एक मेडिकल रिप्रजेंटेटिव चला रहा है। और तो और उसने अपने घर में ही अड्डा बना रखा था।

बिहार शरीफ के कागजी मोहल्ला में पुलिस ने इस सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया है। देह व्यापार में लिप्त चार महिलाओं को मुक्त कराया गया है। संचालक सह मकान मालिक उमेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। घटनास्थल से कई आपत्तिजनक सामान बरामद किये गये हैं। सदर डीएसपी डॉ. शिब्ली नोमानी के नेतृत्व में पुलिस ने कार्रवाई की।

पुलिस के अनुसार, गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने छापेमारी की। मकान के दूसरे तल पर देह व्यापार का धंधा चलाया जा रहा था। धंधे का संचालक खुद को मेडिकल रिप्रजेंटेटिव व मेडिकल सप्लायर बताता है। आसपास के लोगों पर प्रभाव जमाने के लिए अपने मकान के बाद डॉ. उमेश का नेम प्लेट लगा रखा था। वर्षों से मोहल्ले में जिस्मफरोशी का वह कारोबार चला रहा था। मकान से पुलिस को सेक्स वर्धक दवाइयां, ग्राहकों के फोन नंबर की सूची सहित कई अन्य  आपत्तिजनक चीजें मिली हैं। बताया जा रहा है कि मेडिकल सामग्री के सप्लाई के लिए वह लड़कियों को नौकरी देने के बहाने बुलाता था और यह धंधा चलाता था। लड़कियों का चयन करने के बाद वह उनके अंतरंग तस्वीरें खींच लेता ता और फिर मजबूर करता था।

पुलिस को ग्राहकों की सूची में कई सफेदपोशों के नंबर मिले हैं। संचालक के मकान में पांच दरवाजे थे। पुलिस की भनक पाते ही उस वक्त मकान में मौजूद कई लोग फरार हो गए।