mucormycosis से लड़ने के लिए अजित पवार का बड़ा ऐलान, दिए नए निर्देश

मुंबई : ऑनलाइन टीम – राज्य में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है। एक तरफ जहां कोरोना का सामना करते हुए म्यूकोर्मिकोसिस के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। इस बीच राज्य के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि ‘महात्मा ज्योतिराव फुले जन आरोग्य योजना के तहत म्यूकोर्मिकोसिस का इलाज करने वाले 131 अस्पतालों की सूची प्रकाशित करें, पोर्टल पर म्यूकोर्मिकोसिस के मरीजों की संख्या अपडेट करें। कोरोना के साथ म्यूकोर्मिकोसिस के इलाज के लिए फंड कम नहीं होगा।

दरअसल राज्य में कोरोना और म्यूकोर्मिकोसिस सहित स्थिति की समीक्षा के लिए उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की अध्यक्षता में उपमुख्यमंत्री कार्यालय के समिति कक्ष में समीक्षा बैठक हुई। इस दौरान ये सब बात कही गयी। ‘राज्य के शहरी इलाकों में कोरोना संक्रमण कम हो रहा है जबकि ग्रामीण इलाकों में संक्रमण बढ़ रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए कोरोना पीड़ितों के होम आइसोलेशन के बजाय सेंटर पर जोर दिया जाए। जिन गांवों में कोरोना वायरस की संख्या अधिक है, वहां व्यापक परीक्षण किए जाने चाहिए। साथ ही कोरोना टेस्ट में तेजी लाने के लिए आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित और परीक्षण किया जाना चाहिए। ग्राम सतर्कता समितियों को और अधिक कुशल बनाया जाना चाहिए। अजीत पवार ने सुझाव दिया कि जिस जिले में सख्त पाबंदियां हैं, वहां खरीफ सीजन की पृष्ठभूमि में किसानों की सुविधा के अनुसार बीज, खाद और कृषि उपकरणों की दुकानें खुली रखनी चाहिए।

अजित पवार ने कहा कि यदि म्यूकोर्मिकोसिस इंफार्क्शन के पहले चरण में रोग का निदान किया जाता है, तो दवा तुरंत शुरू कर दी जाती है तो रोग ठीक हो सकता है। इसलिए पहले चरण में इन मरीजों का इलाज शुरू कर देना चाहिए, ताकि किसी को भी इस बीमारी के कारण जान न गंवानी पड़े। चूंकि म्यूकोर्मिकोसिस दवाओं का नियंत्रण केंद्र सरकार के हाथ में है, इसलिए प्रत्येक जिले को पोर्टल पर म्यूकोर्मिकोसिस रोगियों के पंजीकरण को अपडेट करना चाहिए। जिससे आपके पास दवाओं तक पहुंच होगी। साथ ही हम इन दवाओं को ग्लोबल टेंडर्स के जरिए उपलब्ध कराएंगे, ताकि अगले महीने इन दवाओं की उपलब्धता को कुछ हद तक सुचारू किया जा सके। हालांकि, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने जिला प्रशासन के साथ-साथ रेमेडीसिविर के माध्यम से इन दवाओं को उचित और प्रभावी ढंग से वितरित करने के निर्देश दिए।

उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कोरोना की संभावित तीसरी लहर की तैयारी करते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोविड सेंटर स्थापित करने का सुझाव दिया। बच्चों के इलाज के लिए अलग से व्यवस्था की जाए और बाल रोग विशेषज्ञों की टीम बनाई जाए। प्रदेश में ऑक्सीजन प्लांट के निर्माण में तेजी लाएं। साथ ही हर अस्पताल में ऑक्सीजन के समुचित उपयोग की योजना बनाई जाए। साथ ही निजी अस्पतालों में मरीजों के बिलों की जांच के लिए एक ऑडिटर नियुक्त किया जाए, जिसके माध्यम से हर मरीज के बिल की जांच की जाए।