Ajit Pawar| इस बार भी वारी और विट्ठल के दर्शन नहीं; देहु-आलंदी पालकी  प्रस्थान समारोह के लिए 100 वारकरियों को अनुमति, अजित पवार की जानकारी

पुणे: ऑनलाइन टीम- पुणे में कोरोना की स्थिति की समीक्षा पालकमंत्री अजित पवार ने  शुक्रवार को किया। उसके बाद बैठक में हुए निर्णय की जानकारी मीडिया को दी। आषाढी वारी के बारे में पुणे की बैठक में चर्चा हुई। देहु और आलंदी पालकी समारोह के लिए 100 लोगों को अनुमति दी गई है। साथ ही 10 सम्मानित पालकी के लिए 50 लोग शामिल हो पाएंगे। उन्हे मान्यता देने का प्रस्ताव दिया है। पालकी के साथ वो पैदल नहीं चल सकेंगे। हर पालकी को 2 बस ऐसा कुल 20 पालकी के लिए 20 बस दिए जाएंगे, यह जानकारी अजित पवार ने दी।

अजित पवार ने कहा कि सम्मानित पालकी समारोह का आगमन दशमी को पंढरपुर में होगी। विशेष वाहन से पहुंचने के बाद वहां से पंढरपुर तक पैदल वारी करने की अनुमति दी है। मंदिर दर्शन के लिए नहीं खोले जाएंगे, ऐसा भी अजित पवार ने कहा।

सोलापुर के जिलाधिकारी का प्रस्ताव

कोरोना की दूसरी लहर के कहर पर अभी भी पूरी तरह से काबू नहीं पाया जा सका है। दूसरी ओर तीसरी लहर की संभावना जताई जा रही है। इसलिए भीड़ के माध्यम से कोरोना का असर बढने की संभावना है। ऐसे में आषाढी वारी भी प्रतिकात्मक रूप से मनाए, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ऐसा प्रस्ताव सोलापुर के जिलाधिकारी मिलिंद शंभरकर ने मदद व पुनर्वसन विभाग को भेजा है। इस पर अगले दो दिनों में अंतिम निर्णय लिया जाएगा।