अजीत पवार ने भाजपा को दिया पहला झटका, सरकार ने लिया ‘यह’ महत्वपूर्ण निर्णय

मुंबई, 20 दिसंबर – राज्य वार्ड सिस्टम  में सरकार बदलने के बाद अब पॉलिसीगत बदलाव होने की शुरुआत हो गई है. शीतकालीन अधिवेशन में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में महाविकास आघाडी सरकार ने कई महत्वपूर्ण निर्णय लिया है. पुणे महानगरपालिका के वार्ड सिस्टम को रद्द करने का निर्णय राज्य सरकार की तरफ से पहले अधिवेशन में लिया गया है.

वार्ड सिस्टम की वजह से पुणे मनपा में भाजपा की सत्ता आने का आरोप राष्ट्रवादी ने लगाया था. राष्ट्रवादी नेता अजीत पवार ने राज्य में सरकार बदलने के बाद  वार्ड सिस्टम रद्द करने के संकेत दिए थे. इसकी मांग अजीत पवार की तरफ से किये जाने की चर्चा है. अब पहले अधिवेशन में वार्ड सिस्टम रद्द कर दिया गया है. इसे विधानसभा से मंजूरी भी मिल गई है. सरकार के नए निर्णय के अनुसार पुणे मनपा का 2022 में होने वाले चुनाव वार्ड सिस्टम से होगा। इस सिस्टम की वजह से पुणे मनपा में नगरसेवकों की संख्या 6 बढ़ जाएगी। अभी पुणे मनपा में 162 नगरसेवक है जो बढ़कर 168 हो जाएगी।

भाजपा को राजनीतिक रूप से खत्म करने की कोशिश 
2014 के विधानसभा चुनाव में सत्ता आने के बाद भाजपा-शिवसेना युति ने मनपा के चुनाव का चार सदस्यीय सिस्टम से करने का निर्णय लिया गया था, लेकिन अब सरकार बदलते ही महाविकास आघाडी के नेताओं ने भाजपा को राजनीतिक रूप से खत्म करने का प्रयास शुरू हो गया है.

  विधेयक को विधानसभा अधिवेशन में मंजूर किया गया
विधानसभा के शीतकालीन अधिवेशन में महाराष्ट्र महानगरपालिका अधिनियम में सुधार करने वाले विधेयक को विधानसभा अधिवेशन में मंजूर किया गया. इसके अनुसार पुणे के साथ सभी महानगरपालिका का चुनाव एक  सदस्यीय सिस्टम से होने की बात साफ हो गई है. फ़िलहाल यह रचना 2011 की जनसंख्या पर आधारित है. इसमें 17 से 20 हज़ार लोगों पर एक नगरसेवक की व्यवस्था है. सरकार के इस निर्णय से आगामी चुनाव में क्या परिणाम होगा, इसे लेकर उत्सुकता बनी हुई है.