पिंपरी। सँवाददाता – अपनी मां का अंतिम सपना पूरा करने के लिए उसकी मौत के बाद एक बेटी 10वीं की परीक्षा देने के लिए पहुंची। मां काफी समय से बीमार थी और सोमवार की शाम को उनका निधन हो गया था। मरने से पहले मां ने बेटी से वादा लिया था कि अगर उसे कुछ हो जाता है, तो भी वह अपनी पढ़ाई नहीं छोड़ेगी और आईएएस बनेगी। पुणे की इस बेटी के हौसले की चहुं ओर सराहना की जा रही है।
पुणे में आंबेगांव तहसील के धामनी गांव में रहने वाली सविता गवंडी नाम की महिला का सोमवार शाम निधन हो गया। मंगलवार की सुबह उनका अंतिम संस्कार किया गया और श्मशान भूमि से लौटने के बाद 10वीं की पढ़ाई कर रही उनकी बेटी ज्ञानेश्वरी गवंडी अपने घर से निकली और परीक्षा केंद्र पर पहुंच परीक्षा दी। ज्ञानेश्वरी ने अपनी मां को वचन दिया था कि वे खूब पढ़ेगी और बड़ी अफसर बनेगी।
हालांकि, मां के अंतिम संस्कार के कारण उसे परीक्षा केंद्र में पहुंचने में थोड़ी देर हुई। मगर उसके स्कूल के आग्रह पर उसे परीक्षा देने दिया गया। स्कूल प्रबंधन की तरफ से बताया गया कि ज्ञानेश्वरी पढ़ने में काफी होनहार है। अगर थोड़ी देर की वजह से उसे परीक्षा देने से रोका गया तो उसके साथ नाइंसाफी होगी। ज्ञानेश्वरी का भाई भी 12वीं कक्षा का छात्र है और वह भी बुधवार को परीक्षा देने गया है। अब उसके इस हौसले की जमकर तारीफ हो रही है