अदालती लडाई के बाद शुरू किया अनशन तो ली अवैध निर्माण की सुध

पिंपरी। पुणे समाचार ऑनलाइन

अपनी जमीन से रास्ता पाने के लिए उस पर किये गए अतिक्रमण हटाने 6 साल के अदालती लड़ाई के बाद जब आमरण अनशन शुरू किया, तब मनपा के अमले ने अतिक्रमण हटाने की सुध ली। मंगलवार को सांगवी के प्रियदर्शनीनगर में पिंपरी चिंचवड़ मनपा के तोड़ू दस्ते ने पुलिस बन्दोबस्त में इस कार्रवाई को अंजाम दिया।

प्रियदर्शिनी नगर निवासी सरिता ज्ञानोबा काची की जमीन के सामने उन्हीं के पटीदारों ने अतिक्रमण कर तीन हजार वर्ग फ़ीट क्षेत्र में रिहायशी और व्यवसायिक निर्माण कार्य किया है। जमीन के 7/12 के अनुसार मूल 1670 वर्ग फीट क्षेत्र पर फर्जीवाड़ा के जरिए यह निर्माण कार्य किया गया है। इस बारे में काची ने मनपा प्रशासन से शिकायत की।

6 सालों में उन्होंने 513 शिकायतें की। इस अतिक्रमण से काची के आवाजाही का रास्ता ही नहीं रहा। अपनी ही जमीन में से रास्ता पाने के लिए काची बीते 6 सालों से संघर्षरत हैं। मनपा, जिलाधिकारी, नगरविकास विभाग, मुख्यमंत्री से दरकार लगाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई तो उन्होंने अदालत का दरवाजा खटखटाया। उच्च न्यायालय तक उन्होंने अपनी लड़ाई लड़ी।

सभी जगह से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई कर रिपोर्ट देने के आदेश मनपा को दिए गए। इसके बावजूद मनपा ने कोई कार्रवाई नहीं की। अंततः उन्होंने सोमवार से पिंपरी चौक में डॉ बाबासाहेब आम्बेडकर स्मारक के पास आमरण अनशन शुरू किया। आखिरकार आज दूसरे दिन मनपा के अमले ने इस अतिक्रमण को हटाने की सुध ली। आज शाम तक चली कार्रवाई में दो बैंकों के एटीएम, होटल आदि अतिक्रमण हटाये गए।