पिंपरी। अभी बिना मास्क के दोपहिया चलाने को लेकर कार्रवाई करने के दौरान पुलिस कर्मचारी के गिरेबान पर हाथ डालने का मामला ताजा ही है कि पुणे से सटे पिंपरी चिंचवड़ में पुलिस कर्मचारी की जान लेने की कोशिश का बेहद ही खौफनाक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में एक ट्रैफिक हवलदार एक कार के बोनट पर लटका हुआ है। हवलदार कार चालक से गाड़ी रोकने की गुहार लगा रहा है लेकिन कार चालक लगातार गाड़ी को चलाता ही जा रहा है।
यह मामला पिंपरी चिंचवड शहर के चिंचवड़गांव का है। जहां एक ट्रैफिक कॉन्स्टेबल के लिए एक कार चालक को रोकना काफी महंगा पड़ गया। इस मामले के वायरल हुए वीडियो में देखा जा सकता है कि कार चालक कितनी रफ्तार से गाड़ी को चला रहा है और अगल-बगल में चलने वाले लोग उससे गाड़ी को रोकने का अनुरोध कर रहे हैं लेकिन वह गाड़ी नहीं रोक रहा है। दरअसल ट्रैफिक हवलदार ने देखा कि कार चालक ने मुंह पर मास्क नहीं लगाया हुआ था और इसी बात के लिए जब उसने गाड़ी को रोकने का इशारा किया तो कार चालक ने गाड़ी ना रोकते हुए कार आगे बढ़ा दी। कार के सामने खड़ा हुआ ट्रैफिक हवलदार डर कर गाड़ी के बोनट पर आ गया और गाड़ी रोकने के लिए कहता रहा लेकिन कार चालक ने एक न सुनी।
आखिरकार एक ट्रैफिक सिग्नल पर गाड़ियों की और उसके बाद में आरोपी कार चालक को पुलिस के हवाले किया गया। पुलिस ने फिलहाल मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। गुरुवार की रात चिंचवड़गांव के चौक में हुई इस वारदात में मौत के मुंह से लौटे ट्रैफिक हवलदार का नाम आबा विजय सावंत है। चिंचवड़ पुलिस ने सिरफिरे कार चालक युवराज किसन हातवडे (49, निवासी पिंपले निलख, पुणे) के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। उसके खिलाफ सरकारी काम में बाधा पहुंचाने और हत्या का प्रयास करने की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस के मुताबिक आबा सावंत बीती शाम से चिंचवडगांव के अहिंसा चौक (एल्प्रो चौक) में बिना मास्क के घुमनेवाले वाहनचालकों के खिलाफ कार्रवाई में जुटे थे। तब आरोपी युवराज हातवडे अपनी कार (एमएच 01 / वाय 8837) में सवार होकर वहां से गुजरा। उसने मास्क नहीं पहना था, इसलिए उसे रुकने के लिए कहा गया।
कार साइड में लेने के बहाने से युवराज वहां से कार समेत भागने की कोशिश करने लगा। तब सामने खड़े पुलिस कर्मचारी सावंत का पैर उसकी कार के बोनट में फंस गया। उनके बताने के बाद भी युवराज ने कार दौड़ा दी। जान बचाने के लिए सावंत कार के बोनट पर बैठ गए और कार की छत पर लगे एंटीना को कस कर पकड़े रहे। करीबन एक किलोमीटर तक युवराज उन्हें कार में उसी हालत में लटकाए हुए कार दौड़ाते रहा। इस बीच ट्रैफिक पुलिस कर्मचारी और दूसरे दोपहिया चालक उसे रोकने को कहते रहे मगर वह नहीं रुका। आखिरकार सिग्नल पर कार रुकी तब लोगों और पुलिस ने उसे पकड़ लिया। इस बीच चिंचवड़ पुलिस की टीम ने वहां पहुंच कर युवराज को हिरासत में ले लिया।