PM मोदी की अपील के बाद Lockdown को लेकर CM उद्धव ठाकरे के फैसले पर टिकी सबकी ‘नजर’

मुंबई : कोरोना का संकट दिन प्रतिदिन गहराता ही जा रहा है। मरीजों की बढती संख्या को देखते हुए हेल्थ सिस्टम पूरी तरह से कमजोर पड़ती दिख रही है। मंगलवार को मंत्रिमंडल की बैठक में सभी नेताओ ने मुख्यमंत्री से संपूर्ण लॉकडाउन करने की मांग की है।  इसलिए राज्य में आज रात से लॉकडाउन लगाने की चर्चा हो रही है। इसी बीच प्रधानमंत्री मोदी ने जनता से संवाद किया। उन्होने कहा कि संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है। इस पर उपाय योजना शुरू है। हालांकि सभी राज्य लॉकडाउन को अंतिम विकल्प के रूप में रखें। ऐसा कहते हुए उन्होंने लॉकडाउन न लगाने की सलाह दी है। केंद्र द्वारा कहा जा रहा है कि लॉकडाउन अंतिम विकल्प है। वही राज्य में लॉकडाउन लगाने की हलचल अंतिम दौर में है। इससे लोगों में भ्रम की स्थिति है। ऐसे में अब महाराष्ट्र में लॉकडाउन को लेकर राज्य सरकार अपना निर्णय रद्द करेगी या फिर यथास्थिति में रखेगी, इस पर सबकी नजर है।

कोरोना संक्रमण बहुत ही तेजी से राज्य में फैल रहा है। अकेले महाराष्ट्र में कोरोना के 40 प्रतिशत मरीज हैं। मृत्यु दर भी बहुत है। ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी को लेकर कल बैठक हुई, इस मंत्रिमंडल की बैठक में स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए राज्य में सख्त लॉकडाउन लगाने की राय सभी मंत्रियों ने रखी। इस पर मुख्यमंत्री आज निर्णय लेंगे। वही प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि लॉकडाउन को अब देश झेल नहीं पाएगा। इसे अंतिम विकल्प के रूप में ही रखें। ऐसे में लोगो में भ्रम की स्थिति है। औद्योगिक दृध्टि से महाराष्ट्र सबसे बड़ा राज्य है। साथ ही देश की आर्थिक राजधानी भी मुंबई ही है। महाराष्ट्र में लॉकडाउन हुआ तो उसका वित्तीय असर सभी राज्यों पर जरूर दिखेगा। राज्य सरकार से उद्योगपति, प्रवासी मजदूर की उम्मीद है। इसलिए राज्य सरकार लॉकडाउन को लेकर किए गए निर्णय पर अडिग रहेगी क्या? इस पर सबकी नजर टिकी हुई है।