महाराष्ट्र और हरियाणा के बाद होगा झारखंड विधानसभा चुनाव! ‘यह’ हो सकते हैं कारण

झारखंड: समाचार ऑनलाइन- देश के तीन अहम राज्य महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड में आगामी विधानसभा के लेकर राजनैतिक गतिविधियाँ तेज हो गई है. सभी राज्य की राजनैतिक पार्टियाँ एड़ी चोटी का जोर लगाकर अपनी जीत का मार्ग प्रशस्त करने में लग गई हैं. क्योंकि चुनाव आयोग (EC) कभी भी यहाँ पर चुनाओं की तारीख का ऐलान कर सकता है. ऐसे में ताजा खबर सामने आ रही है कि EC झारखंड विधानसभा चुनाव दोनों राज्यों के चुनाव खत्म हो जाने के बाद करवाएगा. EC द्वारा इसकी मुख्य वजह झारखंड की दोनों राज्यों से अलग स्थिति को बताया जा रहा है.

वहीं EC सूत्रों ने झारखंड की स्थिति के अलावा राज्य विधानसभा की अवधि को भी दूसरी वजह बताया  है. बता दें कि अभी झारखंड विधानसभा की अवधि खत्म होने में अभी 3 महीने से अधिक का समय बाकि है. इसलिए भी महाराष्ट्र और हरियाणा में पहले चुनाव के बाद यहाँ चुनाव कराने पर जोर दिया जा रहा है.

झारखंड विधानसभा चुनाव आगे बढ़ाने की यह भी अहम वजह
बता दें कि झारखंड में कुल 81 विधानसभा सीट हैं. यहाँ के अधिकतर इलाके नक्सलवाद से प्रभावित हैं. नक्सली गतिविधियों पर नजर रखने के लिए यहाँ पर काफी अर्धसैनिक बलों की भी तैनाती करनी पडती है. ऐसे में यहाँ पर चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से करवाना EC के लिए एक बड़ी चुनौती है. इसलिए EC चाहता है कि यहाँ पर सभी मुद्दों को ध्याने में रखते हुए, अलग-अलग चरणों में चुनाव का आयोजन किया जाए.

5 जनवरी से पहले झारखंड चुनाव की प्रक्रिया हो सकती है खत्म
गौरतलब है कि झारखंड की वर्तमान विधानसभा के कार्यकाल की अवधि 5 जनवरी, 2020 तक है. इस लिहाज से चुनाव आयोग को 5 जनवरी से पहले यहां चुनाव प्रक्रिया संपन्न कराने की संवैधानिक बाध्यता (मजबूरी) है.

इसलिए महाराष्ट्र और हरियाणा चुनाव के खत्म होने के बाद ही EC झारखंड चुनाव की तैयारियों में जुट सकता है. या कहें कि आज से लगभग 40-45 दिन के बाद आयोग राज्य में चुनाव की घोषणा कर सकता है! हालांकि अभी इस मामले पर स्पष्ट तौर पर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है.

 

visit : punesamachar.com