सिजेरियन डिलीवरी के बाद इन बातो का रखे ख्याल

समाचार ऑनलाइन – ऑपरेशन के बाद क्या करना चाहिए : मां बहुत खूबसूरत शब्द है, हर महिला चाहती है कि शादी के बाद उसे मां बनने का सुख हासिल हो। प्रैग्नेंसी में आई मुश्किलों या शारीरिक कमजोरी के कारण कई बार सी- सैक्शन के द्वारा डिलिवरी करवानी जरूरी हो जाती है लेकिन इसके बाद सहत की देखभाल करना बहुत जरूरी हो जाता है। कुछ बातें ऐसी हैं, जिनका परहेज करके सीजेरियन के साथ आई कमजोरी को दूर किया जा सकता है। शादी के बाद सभी महिलाओं का सपना होता है मां बनना। मां बनने पर वह प्रेग्नेंसी के दौरान आने वाली सभी तकलीफों को भूल जाती है। कई बार कुछ हेल्थ प्रॉब्लम और वीकनेस के कारण उनकी डिलीवरी नार्मल होने की बजाय सी- सैक्शन के द्वारा की जाती है। जिसके बाद उन्हें अपनी सेहत के लिए पूरा केयरफुल होने की जरूरत होती है। अगर आप भी चाहती है कि आपनी सिजेरियन के बाद किसी तरह की प्रॉब्लम न हो तो इन बातों को कभी भी नजरअंदाज न करें। 

 

1. पेट पर न दें जोर

पेट पर टांके लगे होने के कारण भारी वजन उठाने,झुककर काम करने या लगातार बैठने की मनाही होती है। पेट पर जोर न पड़ने दे और आराम करें। आप्रेशन के बाद मां को बच्चे के साथ अपनी सेहत पर भी पूरा ध्यान रखना पड़ता है।

2. न करें डायटिंग
बच्चे को जन्म देने के बादमोटापा महसूस कर रहे हैं तो डायटिंग का रास्ता न अपनाएं। इस समय शरीर को पोषक तत्वों की बहुत जरूरत होती है। पौष्टिक आहार खाएं, इससे बच्चे को भी अच्छी डाइट मिलेगी।

 

3. सीढ़ियां चढ़ने से करें परहेज
सिजेरियन के बाद सीढिया चढ़ने में भी बहुत परेशानी आती है। इससे पेट पर जोर पड़ता है, जिससे पेट के टांको से ब्लीडिंग होने का डर रहता है।

 

4. संबंधों से बनाएं दूरी
ऑप्रेशन के द्वारा डिलीवरी होने पर शरीर में कमजोरी के साथ कई तरह के बदलाव भी आ जाते हैं। कम से कम 2-3 महीनों तक शारीरिक संबंधों से दूरी बना लें। पूरी तरह से ठीक होने के बाद ही संबंध बनाएं।

 5. इंफेक्शन को न करें नजरअंदाज 

सीजेरियन के बाद किसी भी कारण इंफेक्शन होने का खतरा होता है। स्टीच वाली जगह पर सूजन, लाल दाने या फिर दर्द भी हो सकता है जिसे नजरअंदाज करने पर यह प्रॉब्लम बढ़ सकती है। ऐसी प्रॉब्लम दिखने पर डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

6. खांसी व सर्दी-जुकाम पर दें ध्यान
  जुकाम से बचें क्योंकि छींकने पर भी पेट को खीच पड़ती है।  खांसी होने पर डॉक्टर से मेडिसिन जरूर लें क्योंकि खांसने के कारण स्टीच पर जोर पड़ सकता है या फिर खींच पड़ सकती है।