महाडा प्रोजेक्ट में धांधली का आरोप, अधिकारी ने अपने रिश्तेदारों को दिए फ्लैट

महाराष्ट्र गृह निर्माण और क्षेत्रीय विकास प्राधिकरण (म्हाडा) ने कल्याण के ग्रामीण क्षेत्र खोणी में हाउस प्रोजेक्ट का निर्माण किया हैं। इस गोल्डन ड्रीम प्रोजेक्ट के आर्चिड भवन में सात फ्लैटों के एक ही दिन ड्रॉ निकाला गया। ये फ्लैट म्हाडा अधिकारी के सात रिश्तेदारों को आवंटित किया गया था। इस प्रोजेक्ट में बड़े पैमाने पर हुए धांधली का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की गई है। यह मांग विधायक प्रमोद पाटिल ने म्हाडा के उपाध्यक्ष मिलिंद म्हैस्कर से की है।

इससे पहले भी सरकार के विविध योजनाओं से निर्मित हाउस प्रोजेक्ट में बड़े पैमाने पर धांधली कर अधिकारियों के करीबी व्यक्तियों या रिश्तेदारों को लाभान्वित किया गया। अब  एक बार फिर से  म्हाडा की आवास योजना में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार होने के आरोप लगाए जा रहा है। म्हाडा के अधिकारी छाया राठोड पर उनके पद का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया गया है। छाया राठौड़ की बहन के पति कुलदीप चव्हाण,  बहन के पति की बहन वर्षा आडे, चचेरा भाई दया चव्हाण, सौतेले भाई वसंत राठौड़, सगा भाई महेश राठौड़, पिता वामनराव राठौड़, रिश्तेदार मोरेश्वर जाधव का ड्रॉ एक दिन में ही निकाला गया।

एक ही दिन में निकले इस ड्रॉ में अधिकारी के सात रिश्तेदारों को फ्लैट मिले हैं। इस कारण लॉटरी में घोटाले में आरोप लगाया जा रहा है। ऐसी संभावना जतायी जा रही है कि कुछ अन्य अधिकारियों ने भी अपने पद का दुरुपयोग कर अपने रिश्तेदारों को लाभ पहुंचाया होगा। इस मामले में बड़े स्तर पर जांच कर दोषी अधिकारियों को निलंबित करने और कारवाई की जानकारी देने की मांग पाटिल ने म्हास्कर को से की है।