पैरोल पर फरार हुए हत्या के आरोपी पर कसा शिकंजा

पिंपरी। सँवाददाता – हत्या के मामले में नासिक जेल में उम्रकैद की सजा काट रहा एक कैदी पैरोल की छुट्टियों पर जेल से बाहर आया मगर छुट्टी खत्म होने के बाद भी वापस जेल नहीं पहुंचा। बीते पांच सालों से पुलिस की आंखों में धूल झोंक रहे इस कैदी पर पिंपरी चिंचवड़ पुलिस की क्राइम ब्रांच के यूनिट5 की टीम ने शिकंजा कस लिया है। मल्हारी काशीनाथ जाधव (58, निवासी नढेनगर, कालेवाडी, पिंपरी, पुणे) है।
यूनिट5 के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक बालकृष्ण सावंत ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि, यूनिट की टीम देहूरोड परिसर में गश्त लगा रही थी। तब पुलिसकर्मी सावन राठोड और गणेश मालुसरे को मुखबिर से पता चला कि, देहुरोड में एक ऐसा व्यक्ति आ रहा है जो नासिक जेल से पैरोल पर छूटा है और वापस जेल नहीं लौटा। इसके अनुसार पुलिस टीम ने जाल बिछाया और मल्हारी को हिरासत में लिया।
मल्हारी के खिलाफ मुंबई के मुलुंड पुलिस थाने में 1992 में हुई एक हत्या का मामला दर्ज है। उस मामले में उसे उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। उसे नासिक जेल में रवाना किया गया था। सजा भुगतते वक्त 2015 में वह पैरोल पर छुट्टियां लेकर बाहर आया, मगर छुट्टियां खत्म होने के बाद भी वह वापस जेल नहीं लौटा। उसके खिलाफ मुलुंड पुलिस थाने में मामला दर्ज है। पांच साल से वह लगातार पुलिस को चकमा दे रहा था, हालांकि अब क्राइम ब्रांच ने उस ओर शिकंजा कस लिया है।
मल्हारी को मुलुंड पुलिस के स्वाधीन किया गया है। इस कार्रवाई को यूनिट 5 के सहायक पुलिस निरीक्षक राम गोमारे, कर्मचारी सावन राठौड़, दत्तात्रय बनसुडे, धनराज किरनाले, मयूर वाडकर, फारुक मुल्ला, संदीप ठाकरे, गणेश मालुसरे, दयानंद खेडकर, राजकुमार इघारे, ज्ञानेश्वर गाडेकर, धनंजय भोसले, स्वामीनाथ जाधव, भरत माने, श्यामसुंदर गुट्टे, गोपाल ब्रम्हांदे की टीम ने अंजाम दिया।