1 लाख रुपये रिश्वत लेनेवाली एपीआई माधुरी मुंडे को एसीबी ने धरा, अन्य दो कर्मचारी भी गिरफ्त में

परभणी: एट्रॉसिटी मामले में मदद कर आवेदन वापस लेने के लिए व कैंटीन चलाने देने के लिए एक व्यक्ति से 1 लाख रुपये की रिश्वत लेकर रेलवे पुलिस हवलदार फरार हो गया। गंगाखेड में गुरुवर को एसीबी ने जाल बिछाकर परली रेलवे पुलिस थाने के सहायक पुलिस निरीक्षक के साथ तीन लोगों पर कार्रवाई की।

इस मामले में एक 45 वर्षीय व्यक्ति तीनो के खिलाफ लिखित में शिकायत दी थी। माधुरी महादेवराव मुंढे (उम्र 32, सहायक पुलिस निरीक्षक, सरकारी रेलवे पुलिस थाना, परली वैजनाथ), संजय त्रंबक (उम्र 53, पुलिस हवलदार ब.न. 214), प्रेमदास दयाराम पवार (उम्र 37, पुलिस कॉन्स्टेबल) का नाम इसमें शामिल है। 18 मार्च को गंगाखेड स्थित रेलवे पुलिस थाने की पार्किंग के पास और 20 मार्च को परली रेलवे पुलिस थाने में इन तीनो ने 1 लाख रुपये की रिश्वत मांगी। इसमे संजय त्रंबक ने शिकायतकर्ता से 1 लाख रुपये लिया और वहाँ से फरार हो गया। शिकायतकर्ता के खिलाफ एट्रोसिटी आवेदन में मदद कर आवेदन वापस लेने के लिए व गंगाखेड रेलवे स्टेशन पर कैंटीन शुरू करने करने के लिए इन तीनों ने 1 लाख की रिश्वत की मांग की। इस मामले में गंगाखेड पुलिस थाने में आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया गुरुवार देर रात तक चल रही थी। एसीबी के नांदेड़ ब्रांच के पुलिस अधीक्षक कल्पना बारवकर, पुलिस अधीक्षक अर्चना पाटिल के मारर्गदर्शन में पर्यवेक्षण अधिकारी तथा परभणी एंटी करप्शन ब्युरो के पुलिस अधीक्षक भरत हुंबे, जाल बिछाने वाली टीम के पुलिस निरीक्षक अमोल कडु, अनिल कटारे, अनिरुद्ध कुलकर्णी, शेख मुखीद, कॉन्स्टेबल सचिन धबडगे, सारिका टेहरे, चपोना चौधरी ने कार्रवाई की।