6700 रुपये की रिश्वत लेने के मामले में महिला उप तहसीलदार को एसीबी ने धरा

उस्मानाबाद : महिला उप तहसीलदार, राशन दुकानदार संगठन के अध्यक्ष को पौने साथ हजार की रिश्वत लेते एसीबी की टीम ने रंगे हाथों धरा। कोरोना काल में मुफ्त अनाज वितरण मामले में सरकार की ओर से आए मदद को देने के लिए यह रिश्वत ली जा रही थी।  उप तहसीलदार और दो राशन धारक दुकानदारो के पकड़े जाने से तालुके में खलबली मची हुई है।

परवीन उमर दराज खान पठान (उम्र 47), श्रीरंग साधू डोंगरे (उम्र 64) और विलास ज्ञानोबा पिंगले (उम्र 55) को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में कलंब पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज करने का काम  शुरू है।

कलंब तालुका के तहसील कार्यालय में परवीन उप तहसीलदार (आपूर्ति) है। श्रीरंग रास्त भाव अनाज दुकानदार संगठन का तालुका अध्यक्ष है।

इसमे शिकायत कर्ता कम कीमत पर अनाज उपलब्ध कराने वाला दुकानदार है। उसने लॉकडाउन के दौरान अनाज का वितरण किया। सरकार की तरफ से प्रति क्विंटल के पीछे 150 रुपये का बिल मिलता है। इसके अनुसार शिकायतकर्ता के पिछले 3 महीने के 44 हजार 623 रुपये का बिल मंजूर हुआ था। उस बिल को क्लियर कराने के लिए लोकसवक ने शिकायतकर्ता से 6 हजार 693 रुपये की रिश्वत मांगी। इसके बाद शिकायतकर्ता ने एसीबी को इसकी जानकारी दी।  इसकी जांच की गई। इसके अनुसार पेड़ के पीछे छुपकर जाल बिछाया गया और इस कर्रवाई में एक साथ ही तीनों को 6 हजार 700 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथो पकड़ा।