40 वकीलों की टीम पहुंची बार्डर पर,  कहा- मुफ्त में लड़ेंगे किसानों का केस

टीकरी बॉर्डर. ऑनलाइन टीम : टीकरी बॉर्डर  पर आंदोलनरत किसानों के लिए फिर से आवाज बुलंद होने लगी है। किसान संगठनों के अलावा विभिन्न दल के नेताओं का जमघट लग रहा है। अब वकीलों की फौज भी सामने आ रही है।   बुधवार को पंजाब से 40 वकीलों का एक समूह किसान नेताओं से मिलने पहुंचा। इन वकीलों ने कहा कि वह मुफ्त में किसानों का केस लड़ेंगे।

दरअसल, 26 जनवरी की किसान रैली के बाद काफी तादाद में किसानों पर मुकदमा दर्ज करने का सिलसिला जारी है। कई किसान जेल में बंद हैं। ऐसे में इन्हें कानूनी सलाह देने, केस लड़ने और इंसाफ दिलाने के लिए पंजाब से 40 वकीलों की एक टीम ने बॉर्डर पहुंचकर डिटेल में पूरी जानकारी ली है। वकीलों का कहना था कि वह हक की लड़ाई में किसानों के साथ हैं और उनके साथ नाइंसाफी नहीं होने देंगे। वकीलों ने कहा कि हम किसानों के साथ हैं, उनकी हर संभव मदद करेंगे। हम अभी पूरी जानकारी जुटा रहे हैं, किसानों पर किन-किन धाराओं में और कुल कितने किसानों पर केस रजिस्टर्ड हैं, कितने किसान जेल में बंद हैं। पूरी जानकारी प्राप्त करने के बाद आगे की कार्रवाई करेंगे।

किसान नेताओं को काफी बल मिल रहा है। उन्होंने दो टूक कहा कि अब समाज के हर तबके का सहयोग मिल रहा है। पहले से यहां डॉक्टरों की टीम मुफ्त में किसानों का इलाज कर रही है।  लंगर भी जारी है। उनका साफ कहना है कि सरकार का रवैया आंदोलनकारी किसानों के साथ ठीक नहीं है। लोकतंत्र में आवाज को दबाया जा रहा है। इन तमाम दबावों के बावजूद हमारा प्रोटेस्ट जारी रहेगा। बॉर्डर पर नुकीली कीलें लगाई जा रही हैं। बैरिकेडिंग की जा रही है, इंटरनेट सेवा भी यहां बिल्कुल ठप है। जरूरी सूचनाएं भी लोगों तक नहीं पहुंचा पा रहे हैं। ट्विटर से किसान आंदोलन के अकाउंट बंद करवा दिए गए हैं। इस बीच,  6 फरवरी को चक्का जाम के ऐलान के बाद किसानों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं।