चितले दूध में मिलावट का आरोप लगाकर मांगी 20 लाख की फिरौती

इंग्लिश स्कूल की शिक्षिका समेत 4 आरोपी गिरफ्तार
संवाददाता, पुणे। पुणे के मशहूर हलवाई चितले बंधु मिठाईवाले के दूध में काले रंग का पदार्थ मिलने की शिकायत कर ब्लैकमेल कर 20 लाख रुपये की फिरौती मांगे जाने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। पुलिस ने इस मामले में एक शिक्षिका के साथ चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। 2 से 17 जून के दौरान यह घटना घटी है। आरोपी शिक्षिका एक इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ाती है, ऐसा सामने आया है।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में पूनम सुनील परदेशी (27), करण सुनील परदेशी (22), सुनील बेन्नी परदेशी (49), अक्षय मनोज कार्तिक (27) का समावेश है। उनके खिलाफ नामदेव बाबूराव पवार (62) ने बिबवेवाडी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है। इनमें से पूूूनम शिक्षिका है, सुनील और करण का लॉन्ड्री का व्यवसाय है। सुनील, करण और अक्षय शातिर बदमाश हैं उनके खिलाफ पहले भी कुछ मामले दर्ज हैं।
पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार नामदेव पवार चितले डेरी में मार्केटिंग मैनेजर हैं। 2 जून को पूनम परदेशी ने बीजी चितले ग्राहक शिकायत निवारण केंद्र को फोन से और ईमेल भेजकर उनके चितले दूध में काले रंग का पदार्थ मिलने की शिकायत की। इस बारे में एफडीए और पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की धमकी देकर आरोपियों ने इस मामले को जल्द से जल्द निपटाने के लिए पहले 5 लाख बाद में 20 लाख रुपए की फिरौती की मांग की।
फिरौती नहीं देने पर दुकान बंद करवा देने की धमकी भी दी गई। उनकी धमकियों से परेशान होकर पवार पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई। इसके अनुसार पुलिस ने आरोपियों को रंगेहाथ पकड़ने के लिए जाल बिछाया। पवार को दो हजार रुपए की नकली नोटों का बंडल दिया, बाद में इसी बंडल को स्वीकारते हुए सुनील, करण व पूनम को दबोच लिया। बाद में अक्षय को मुंढवा से हिरासत में लिया गया। इस पूरी कार्रवाई को क्राइम ब्रांच युनिट एक के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक भरत जाधव, उपनिरीक्षक संजय गायकवाड, सुनील कुलकर्णी, कर्मचारी अजय थोरात, अमोल पवार, इम्रान शेख, महेश बामगुडे, मीना पिंजन के समावेश वाली टीम ने अंजाम दिया।