नया सियासी तूफान…गोडसे के चित्र पर तिलक, उतारी आरती 

ग्वालियर. ऑनलाइन टीम : राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को आदर्श मानने वाली हिंदू महासभा ने  दावा किया कि गोडसे गांधी का ही नहीं, जिन्ना का प्रतिकार करना चाहते थे। उन्होंने कहा कि यदि फिर किसी ने देश का विभाजन करने की कोशिश की तो हिंदू महासभा फिर नाथूराम गोडसे पैदा करेगी।

ग्वालियर में गोडसे की पूजा से  मध्य प्रदेश का सियासी तापमान बढ़ गया है। गोडसे को आदर्श मानने वाली हिंदू महासभा ने अब गोडसे ज्ञानशाला की शुरुआत की है। पार्टी का कहना है कि इसके माध्यम से हम युवा पीढ़ी को देश की आजादी के लिए बलिदान देने वालों की गाथा बताएंगे। इस अवसर पर जमकर नारेबाजी भी की गई। ग्वालियर के दौलतगंज में स्थित हिंदू महासभा के पार्टी कार्यालय में  हिंदू महासभा ने गोडसे ज्ञान शाला का शुभारंभ भी किया गया। पार्टी नेताओं ने  गोडसे के चित्र पर तिलक किया और आरती उतारी।

पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. जयवीर भारद्वाज ने कहा कि   हिंदुओ के कत्ले आम ने नाथूराम गोडसे को हिला दिया था। वे गांधी ही नहीं जिन्ना का भी प्रतिकार करना चाहते थे, लेकिन समय कम होने के कारण गांधी को निशाना बनाया गया। डॉ भारद्वाज ने कहा कि गोडसे का वो बयान भी बतायेंगे जो उन्होंने फांसी की सजा से पहले कोर्ट में दिया था, जिससे उनकी उस देशभक्त भावना को बताया जायेगा, जो अबतक छिपा कर रखी गई। कार्यक्रम स्थल पर बाकायदा श्यामा प्रसाद मुखर्जी, डॉ केशव बलीराम हेडगेवार की भी तस्वीरें लगी थी।

याद रहे कि हिन्दू महासभा के सदस्यों ने ग्वालियर में नाथूराम गोडसे का 70 बलिदान दिवस मनाया था। उस समय पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी। तब सुभाष चंद्र बोस की प्रपौत्री और अखिल भारत हिन्दू महासभा की नेता राजश्री चौधरी ने भी अपने समर्थकों के साथ महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे की पूजा की थी और कहा था कि नाथूराम अखिल भारत हिन्दू महासभा के केंद्रीय नेता हैं और वे हमारे दिलों में बसते हैं। एक ऐसा वक्त आएगा, जब लोगों को सही इतिहास पता चलेगा।