कंपनी मैनेजमेंट को ब्लैकमेल करनेवाले यूनियन लीडर समेत 9 गिरफ्तार

पिंपरी। सँवाददाता – मजदूरों को बहकाकर कंपनी मैनेजमेंट को ब्लैकमेल करने के आरोप तले पिंपरी चिंचवड़ की चाकण पुलिस ने एक बड़ी यूनियन के नेता समेत नौ लोगों को गिरफ्तार किया है। बुधवार की सुबह साढ़े सात बजे के करीब निघोज स्थित जर्मनबेस केल्विन इंडिया नामक कंपनी में की गई इस कार्रवाई से समस्त औद्योगिक क्षेत्र में खलबली मच गई है। बहरहाल यूनियन नेता ने उन्हें इस झूठे मामले में फँसाये जाने का आरोप लगाया है।
गिरफ्तार मजदूर नेता का नाम विजय पांडुरंग पालेकर (51, निवासी लोणावला, पुणे) है जोकि शिवक्रान्ति संगठन का महासचिव है। उसके साथ संदीप नानासाहेब बोराडे (32, निवासी रुपीनगर, हवेली), गजेंद्र ज्योतिबा पोरटे (38, निवेश किवले, मावल), शरद महादेव खरात (33, निवासी तलवडे), सुधीर मधुकर जगताप (28, निवासी विठ्ठलवाडी, देहूगांव), पी. बालकृष्ण (52, निवासी खराबवाडी, चाकण), अविनाश ध्रुव यादव (29, निवासी खराबवाडी, चाकण), अण्णासाहेब बोराडे (22, निवासी निघोजे), योगेश मदन पवार (29, निवासी चिखली) को गिरफ्तार किया गया है। उनके खिलाफ सागर अरविंद शौचे (34, निवासी वाकड) ने शिकायत दर्ज कराई है।
वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक बालाजी सोनटक्के के अनुसार, केल्विन इंडिया में शिवक्रान्ति संगठन के मजदूर बिना किसी पूर्वसूचना के बार बार काम से निकल जाते थे। इस बारे में कंपनी मैनेजमेंट ने उनसे जवाब मांगा, जिससे मजदूरों और मैनेजमेंट के बीच तकरार चल रही है। इसका लाभ उठाते हुए शिवक्रान्ति संगठन के महासचिव पालेकर ने मजदूरों को बहकाकर जबरन हड़ताल करवाई। यही नहीं उसके बहकावे में आकर मजदूरों ने कंपनी पर पथराव किया और उन्हें समझाने के लिए बाहर आये कंपनी अधिकारियों से गालीगलौज की। इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस उपायुक्त स्मिता पाटील ने मौके पर पहुंच कर मामला शांत किया।
पुलिस की जांच पड़ताल में सामने आया कि मजदूर नेता पालेकर ने मजदूरों को परमानेंट करने या फिर उसे एक लाख रुपये की फिरौती की मांग की थी। इसके लिए उसने कंपनी चलने न देने की धमकी भी दी थी। इसके बाद पुलिस ने पालेकर समेत नौ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन सभी को गिरफ्तार कर लिया। बहरहाल विजय पालेकर ने उनके खिलाफ झूठा मामला दर्ज करने का आरोप लगाया है। कंपनी के मजदूरों और मैनेजमेंट के बीच सुबह विवाद हुआ था जिसकी जानकारी मिलने के बाद वे वहां गए थे। यह सब कंपनी मैनेजमेंट की उन्हें औऱ उनके संगठन को बदनाम करने की साजिश रचने का आरोप भी उन्होंने लगाया है।