उम्र सीमा के कारण 70 लाख वाहन जाएंगे स्क्रैप में

केंद्र सरकार के निर्णय की वजह से पहली बार देश में लगभग 70 लाख व्यवसायिक वाहन स्क्रैप में निकलने वाला है। इसमे से सिर्फ महाराष्ट्र में से 1 लाख से अधिक वाहन स्क्रैप में निकलेगा।

ऑल इंडिया ट्रांसपोर्ट कॉन्ग्रेस और राज्य वाहन मालिक चालक प्रतिनिधि संघ ने समिक्षा की है। ट्रांस्पोर्टर ने इसका विरोध करते हुए कहा कि कोरोना की वजह से वैसे ही बहुत गिरावट आया है इस निर्णय की वजह से इसे और धक्का पहुचेगा।

व्यवसायिक वाहन की उम्र सीमा को लेकर केंद्रीय यातायात मंत्री नितिन गडकरी ने शुरुआत में स्पष्टीकरण दिया था। 15 वर्ष से अधिक आयु के वाहन को स्क्रैप में निकालने का आदेश दिया था। अब बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने इसे मंजूरी दी। अप्रिल 2022 से इस निर्णय को लागू किया जायेगा।

ट्रांस्पोर्टर ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया है। यह निर्णय लागू हुआ तो ट्रांस्पोर्टर का बहुत नुकसान होने वाला है। इसके लिये देश और राज्य स्तर पर समीक्षा की है। इसके अनुसार 70 से 80 लाख वाहन स्क्रैप में निकलेंगे।

मांग क्या है

केंद्र द्वारा लिये गये इस निर्णय में बदलाव की मांग की है। इस मामले में महाराष्ट्र राज्य वाहन मालिक चालक प्रतिनिधि महासंघ के अध्यक्ष बाबा शिंदे ने सीतारामन को पत्र भी भेजा है।

पुराने वाहन को बेचने के बाद उनके पास नये वाहन खरीदने को पैसे नहीं होंगे। कोरोना की वजह से वैसे ही व्यवसाय पर असर हुआ है और पेट्रोल का दाम भी इतना बढ गया है।

ऐसी परिस्थिति में पैसे जमा करना बहुत मुश्किल काम है। ऐसे में छोटे व्यवसाय खत्म हो जायेंगे। इसलिए इस निर्णय में बदलाव की मांग पत्र में की गयी है।

देश में लगभग सवा दो करोड व्यवसायिक वाहन हैं। 15 वर्ष की सीमा का निर्णय के इस पहले वर्ष में लगभग 70-80 लाख वाहन स्क्रैप में निकलेंगे। महाराष्ट्र में लगभग 1 लाख वाहन हैं। रिक्शा, टैक्सी और ग्रामीण भाग के साथ छोटे ट्रांस्पोर्टर पर असर पडने वाला है। कोरोना की वजह से वैसे ही व्यवसाय पर असर हुआ है और पेट्रोल का दाम भी इतना बढ गया है। ऐसी परिस्थिति में पैसे जमा करना बहुत मुश्किल काम है। ऐसे में छोटे व्यवसाय खत्म हो जायेंगे। इसलिए इस निर्णय का विरोध किया जा रहा है।

बाबा शिंदे, अध्यक्ष, महाराष्ट्र राज्य वाहन मालिक चालक प्रतिनिधि महासंघ