अवयवदान से मिला 6 लोगो को जीवनदान

पिंपरी। सड़क हादसे का शिकार होने के बाद ब्रेनडेड घोषित मरीज के अवयव दान से 6 लोगों को नया जीवन देने में पिंपरी चिंचवड़ के पिंपरी संत तुकाराम नगर स्थित डॉ डीवाई पाटिल मेडिकल कॉलेज के अस्पताल को सफलता मिली है। सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हुए 38 वर्षीय रिक्शा चालक के सिर पर चोट लगी थी। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया और इलाज के दौरान उन्हें ब्रेन डेड घोषित किया गया था।
अस्पताल के अवयवदान और प्रत्यारोपण विभाग के समन्वयक ने अवयव प्रत्यारोपण अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार अवयवदान के बारे में ब्रेनडेड मरीज के परिवार को सलाह दी गईं और उनकी सभी शंकाओं का समाधान किया गया। ब्रेन डेड मरीज के परिवार ने इतनी तकलीफों के बावजूद अवयवदान करने का फैसला किया। इस साहसी निर्णय से छह मरीजों को पुनःजीवन मिल सका।
प्रत्यारोपण समन्वय समिति के नियमों और प्रतीक्षा सूची अनुसार  हृदय, अग्न्याशय, यकृत, रेटिना, दो किडनी जरूरतमंद मरीजो तक पहुँचाए गए। इनमेसे यकृत और किडनी डॉ डीवाई पाटील अस्पताल में  और अन्य अवयव दूसरे अस्पतालों में प्रत्यारोपित किया गया। रिश्तेदारों के निर्णय के साथ-साथ अस्पताल के डॉक्टरों और कर्मचारियों की त्वरित कार्रवाई ने इन अन्य रोगियों को नया जीवन देनेमें  मदद मिली ।
डॉ डी वाय पाटील यूनिवर्सिटी की उप कुलपति डॉ भाग्यश्री पाटील ने कहा, ब्रेन डेड मरीज के परिवार ने जो निर्णय लिया है और जो सामाजिक उत्तरदाईत्व दिखाई है, उसके लिए हम धन्यवाद देते है। हम रिश्तेदारों के दुःख में शमिल हैं। अवयवदान एक महान कार्य है। अवयवदान के बारे में आज जागरूकता पैदा हो रही है। यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ पी डी पाटील ने कहा की हम इस परिवार के दुःख में शमिल हैं। इस दुःख से उबरने की ताकत परिवार को मिले उनके इस साहसी निर्णय के लिए हम आभार प्रकट करते है । अवयवदान और प्रत्यारोपण के बारे में नागरिकों के बीच जागरूकता बढ़ी है।