रेमडेसिवीर इंजेक्शन की कालाबाजारी के मामले में 4 गिरफ्तार

आरोपियों में युवती भी शामिल; क्राइम ब्रांच की खड़की में कार्रवाई
पिंपरी। एक तरफ पुणे में कोरोना के मरीजों के इलाज में महत्वपूर्ण माने जाने वाले रेमडेसिवीर इंजेक्शन की भारी किल्लत बनी हुई है। दूसरी तरफ इसकी कालाबाजारी थमने का नाम नहीं ले रही है। ताजा मामला खड़की के गुरुद्वारा परिसर का है। यहां पुणे पुलिस की क्राइम ब्रांच ने इंजेक्शन बिक्री के लिए आये चार लोगों को पकड़ लिया है। उनमें एक युवती का भी समावेश है। उनके पास से एक रेमडेसीवीर इंजेक्शन बरामद किया गया है जिसे वे 37 हजार रुपए में बेचने वाले थे।
इस मामले में गिरफ्तार किए गए तीन आरोपी पिंपरी चिंचवड़ के रहवासी हैं। आरोपियों में निकिता गोपाल ताले (25, निवासी महात्मा फुले नगर भोसरी, पुणे), राहुल बालासाहेब वालुंज (22, निवासी अमित अपार्टमेंट, चाफेकर चौक, चिंचवड, पुणे), रोहन बालासाहेब वालुंज (20) और प्रतीक गजानन भोर (26, नूपुर कॉम्प्लेक्स, मुंबई) का समावेश है। उनके
खिलाफ खाद्य व औषधि प्रशासन की अधिकारी जयश्री सवदती ने खडकी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
क्राइम ब्रांच के दस्ते को खड़की में कुछ लोगों के रेमडेसिवीर इंजेक्शन की बिक्री के लिए आने की खबर मिली थी। इसके अनुसार पुलिस ने फर्जी ग्राहक भेजकर इस खबर की पुष्टि की। इस दौरान आरोपियों ने एक इंजेक्शन 37 हजार रुपए में देने की बात कही। इसके अनुसार पुलिस ने सबसे पहले निकिता को हिरासत में लिया। उसने पूछताछ में अपने साथियों के नाम बताए। इसके बाद अन्य आरोपियों को धरदबोचा गया। क्राइम ब्रांच के अप्पर पुलिस आयुक्त अशोक मोराले के मार्गदर्शन में क्राइम ब्रांच के पुलिस निरीक्षक महेंद्र जगताप के नेतृत्व वाली टीम ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया।