पुणे के 3 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया

पुणे : समाचार ऑनलाईन – पिछले चौबीस घंटों के दौरान पुणे विभाग में महाबलेश्वर को छोड़कर किसी भी डैम क्षेत्र में अतिवृष्टि न होने तथा कर्नाटक के अलमट्टी बांध से 4 लाख 50 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने से विभाग में बाढ़ की स्थिति नियंत्रण में है।कोल्हापुर जिले में जलस्तर 2 फीट और सांगली में पानी का लेवल 3 इंच तक कम हो गया है। विभाग के 2 लाख 85 हजार 261 लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेजा गया है तथा 480 शिविरों में उनके रहने की व्यवस्था की गई है।

 हेलीकॉप्टर के जरिए भोजन के पैकेट्स व पानी पहुंचाया गया
सांगली जिले के भिलवड़ी व सांगलवाड़ी में बाढ़ में फंसे लोगों को हेलीकॉप्टर के जरिए भोजन के पैकेट्स व पानी पहुंचाया गया। विभागीय आयुक्त डॉ। दीपक म्हैसेकर ने शुक्रवार को बताया कि बाढ़ में फंसे हुए लोगों को हेलीकॉप्टर के जरिए सुरक्षित निकाला जायेगा। पुणे विभाग के विभिन्न स्थानों में आयी बाढ़ तथा राहत व बचाव कार्यों की जानकारी देने हेतु विभागीय आयुक्त कार्यालय के सभागृह में आयोजित पत्रकार-वार्ता में डॉ। म्हैसेकर बोल रहे थे।

अब तक औसतन 143 प्रतिशत बारिश हुई है
उन्होंने बताया कि पुणे विभाग में अब तक औसतन 143 प्रतिशत बारिश हुई है तथा अगले 48 घंटों में कोल्हापुर, सांगली, सातारा और पुणे जिले में अतिवृष्टि की चेतावनी दी गई है। हालांकि, पिछले 24 घंटों में महाबलेश्वर को छोड़कर किसी भी बांध क्षेत्र में अतिवृष्टि नहीं हुई। इसलिए कोयना डैम सहित अन्य बांधों से पानी छोड़ने की मात्रा कम की गई है। साथ ही कर्नाटक के अलमट्टी बांध से 4 लाख 50 हजार क्यूसेक पानी का निर्वहन किया जा रहा है, लेकिन येरला नदी क्षेत्र में बारिश होने से इस नदी में भारी बाढ़ आ गई है तथा कृष्णा सहित अन्य नदियों के पानी की वजह से अलमट्टी बांध में 3 लाख 80 हजार क्यूसेक पानी की आवक हो रही है। बारिश की स्थिति सामान्य रहने पर पानी की निकासी शुरू हो जाएगी। सरकार की ओर से पुणे विभाग के लिए 76 करोड़ रुपये का अनुदान दिया गया है, जिसमें से बाढ़ प्रभावित शहरी परिवारों को 15 हजार तथा ग्रामीण परिवारों को 10 हजार रुपयों की सहायता प्रदान की जायेगी।