आईसीयू बेड के लिए 1 लाख ऐंठने के मामले में 3 डॉक्टर गिरफ्तार

पिंपरी चिंचवड़ पुलिस की बड़ी कार्रवाई
पिंपरी। कोरोना मरीज के परिजनों से ऑटो क्लस्टर स्थित जंबो कोविड सेंटर में बेड उपलब्ध कराने के लिए एक लाख रुपए ऐंठे जाने के मामले में पिंपरी चिंचवड़ पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने इस मामले में तीन डॉक्टरों को बीती रात गिरफ्तार कर लिया है। इसमें इस कोविड केयर सेंटर का संचालन करनेवाले स्पर्श प्रा. लि.के डॉ. प्रवीण जाधव, वाल्हेकरवाडी स्थित पद्मजा हॉस्पिटल के डॉ. शशांक राले और डॉ. सचिन कसबे का समावेश है। उनके खिलाफ पिंपरी चिंचवड मनपा के अतिरिक्‍त आयुक्‍त (3) उल्हास जगताप (55, निवासी सुखवानी उद्यान, लिंक रोड, चिंचवड, पुणे) ने पिंपरी पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
चिंचवड के ऑटो क्लस्टर में मनपा की ओर से जंबो कोविड हॉस्पिटल शुरू किया गया है जिसका संचालन फॉच्र्युन स्पर्श हेल्थ केयर नामक निजी संस्था को सौंपा गया है। यहां मरीजों का सारा इलाज मुफ्त किया जाता है और संस्था को मनपा की ओर से भुगतान किया जाता है। इसके बावजूद यहां आईसीयू बेड उपलब्ध कराने के लिए एक मरीज के परिजनों से एक लाख रुपए लिए गए। मनपा स्कूल की एक मुख्याध्यापिका के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद उसका वाल्हेकरवाड़ी के पद्मजा नामक निजी अस्पताल में इलाज जारी था। तबियत बिगड़ने से उसे आईसीयू बेड की आवश्यकता बताई गई। वहां के डॉक्टरों ने उसके परिजनों से एक लाख रुपए लेकर ऑटो क्लस्टर के जंबो कोविड सेंटर में आईसीयू बेड उपलब्ध कराया। बाद में मुख्याध्यापिका की इलाज के दौरान मौत हो गई।
चिखली के स्थानीय नगरसेवक कुंदन गायकवाड़ को इसकी भनक लगी। उन्होंने भाजपा के अपने साथी नगरसेवक विकास डोलस के साथ पहले ऑटो क्लस्टर और बाद में पद्मजा हॉस्पिटल में जाकर इसका जवाब मांगा। पद्मजा के डॉक्टर ने एक लाख रुपए स्वीकारने की बात कबूल की। इसके बाद सत्तादल भाजपा के तीन पदाधिकारी और नगरसेवकों के साथ ही राष्ट्रवादी कांग्रेस की एक नगरसेविका मामले को रफादफा करने की कोशिश में जुटे रहे, हालांकि उन्हें सफलता नहीं मिली। शुक्रवार को विशेष सर्वसाधारण सभा में सर्वदलीय नगरसेवकों ने इस मुद्दे पर प्रशासन को आड़े हाथों लिया। देर रात तक चली सर्वसाधारण सभा में सर्वदलीय नगरसेवकों ने मनपा आयुक्त और प्रशासन को आड़े हाथों लिया। महापौर ऊषा ढोरे ने इस मामले में पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराने के आदेश दिए।
इसके अनुसार मनपा के अतिरिक्त आयुक्त उल्हास जगताप ने पिंपरी पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।इसके अलावा मनपा आयुक्त ने भी पुलिस आयुक्त को एक पत्र भेजकर इस मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की। इसके बाद पुलिस ने देर रात तीन डॉक्टरों को गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले भोसरी के रामस्मृती मंगल कार्यालय औऱ हिरा लॉन्स के कोविड केयर सेंटर में एक भी मरीज का इलाज नहीं करने के बावजूद स्पर्श हॉस्पिटल को 5 करोड़ 14 लाख रुपए के बिल का भुगतान किये जाने का मामला सामने आया है। 9 मार्च की सर्वसाधारण सभा में घमासान मचा। इस पर महापौर उषा ढोरे ने इस मामले की जांच कर 10 दिन में रिपोर्ट सभागृह में पेश करने के आदेश दिए थे। हालांकि पौने दो माह के बाद भी इसकी रिपोर्ट पेश नहीं की गई और स्पर्श हॉस्पिटल के भ्रष्टाचार का एक और मामला सामने आया।