अभिनेता ने कहा, ये केवल छुट्टी का दिन नहीं है। लोग सिर्फ इसे ड्राई डे मानते हैं और शायद इसी वजह से परेशान भी होते हैं। मैं नहीं पीता लेकिन मेरे बहुत सारे दोस्त ऐसे हैं, उनको लगता है कि 26 जनवरी आने वाली है और हमें शराब नहीं मिल पाएगी। यह एक ऐसा दिन है जिसे अभी केवल एक छुट्टी माना जाता है, जो दुखद है।
उन्होंने कहा, ये बहुत परेशानी की बात है कि आप एक भारतीय होकर ऐसा सोचते हैं और आप इस महत्वपूर्ण दिन को इग्नोर करते हैं। यह वो दिन है, जब संविधान का गठन किया गया था और यह राष्ट्र के इतिहास में एक ऐतिहासिक दिन है। लोग इसे सिर्फ एक शनिवार या रविवार के रूप में लेते हैं।
शरद अपने स्कूल के दिनों में गणतंत्र दिवस मनाने की यादों को याद करते हैं।
उन्होने कहा, मुझे याद है कि जब मैं स्कूल में था, मेरे माता-पिता मुझे सुबह उठा देते थे और मैं सुबह की परेड देखा करता था। मैं सभी झांकियों और सभी अलग-अलग खूबसूरत संस्कृतियों, विभिन्न हिस्सों से आने वाले लोगों को देखता था।
–आईएएनएस
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