नाशिक, 24 नवंबर
कोरोना की वजह से आर्थिक मंदी पैदा होने की बात कही जा रही है। उसके बावजूद दिवाली में रियल इस्टेट सेक्टर में हुआ कारोबार का विचार करे तो मंदी के जाने के संकेत मिल रहा है। दिवाली पर नाशिक में रियल इस्टेट सेक्टर में ढाई सौ करोड़ रुपए का कारोबार हुआ है। करीब 3 हज़ार 634 दस्तावेजों का रजिस्ट्रेशन कराया गया। पिछले वर्ष की तुलना में 717 अधिक दस्तावेजों का रजिस्ट्रशन कराया गया है ।
3,634 दस्तावेजों का रजिस्ट्रशन
मार्च महीने में लॉकडाउन घोषित होने के बाद करीब 7 महीने तक रियल इस्टेट सेक्टर में मंदी छाई रही. आर्थिक मंदी कब खत्म होगी इसे लेकर कुछ भी साफ नहीं था। लेकिन दिवाली की अवधि में नवंबर महीने के 17 दिनों में हुए आर्थिक कारोबार का विचार करे तो रियल इस्टेट सेक्टर से मंदी के जाने के संकेत मिल रहे है। जमीन, फ्लैट, बंगला, गले आदि प्रॉपर्टी का सब रजिस्ट्रार ऑफिस में रजिस्ट्रशन कराया गया। नाशिक जिले के सात कार्यालय है। इनमें से पांच कार्यालय शहर में है। सातों कार्यालय में 1 से 17 नवंबर की अवधि में 3634 दस्तावेजों का रजिस्ट्रशन कराया गया।
50 करोड़ का राजस्व मिला
पिछले वर्ष 2 हज़ार 917 दस्तावेजों का रजिस्ट्रशन कराया गया था। पिछले वर्ष की तुलना में 717 अतिरिक्त रजिस्ट्रशन कराया गया है। पिछले वर्ष सरकार को 23 करोड़ 4 लाख रुपए का राजस्व मिला था जबकि इस साल 25. 70 करोड़ का राजस्व मिला है। पिछले वर्ष स्टैम्प ड्यूटी 6% थी इस वर्ष 3% है। इस तरह से सरकार को 50 करोड़ से अधिक का राजस्व मिला है।
नाशिक के मुद्रांक जिलाधिकारी कैलाश दवंगे ने बताया कि दिवाली पर बड़े पैमाने पर खरीद बिक्री हुई है। पिछले वर्ष की तुलना में अधिक दस्तावेजों का रजिस्ट्रशन कराया गया। इससे सरकार को 25 करोड़ से अधिक का राजस्व मिला है।