संभ्रांत सोसाइटी में 25 तोला सोने की चोरी की गुत्थी सुलझी

विमानतल पुलिस ने सोसाइटी में काम कर चुके गार्ड समेत तीन को किया गिरफ्तार 
पुणे। पुणे के लोहेगांव स्थित एक संभ्रांत सोसाइटी के फ्लैट में 25 तोला सोने के जेवरों की चोरी की वारदात को विमानतल पुलिस ने सुलझा लिया है। पुलिस ने इस सोसाइटी में काम कर चुके एक सिक्योरिटी गार्ड और सातारा के एक सराफ समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। उनसे करीबन 10 लाख रुपए के 20 तोला सोने के जेवर भी बरामद कर लिए हैं।
इस मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपियों में संतोष उर्फ लारा काशिनाथ जाधव (35, निवासी पोरवाल रोड, लोहगांव, पुणे) उसके साथी संतोष उर्फ रॉकी अरुण धनवजीर (34, निवासी निंबालकरनगर, लोहगांव, पुणे) के साथ ही उनसे चोरी के जेवर खरीदने वाले अशोक गणेशलाल जाणी (54, निवासी शनिवार पेठ, सातारा) नामक सराफा व्यापारी का समावेश है।
विमानतल पुलिस थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक गजानन पवार से मिली जानकारी के अनुसार, 30 दिसंबर को लोहगांव डी.पी. रोड स्थित न्याति एविटा नामक संभ्रांत हाउसिंग सोसाइटी में रहनेवाले सौरभ कुंदन के फ्लैट में सेंधमारी की वारदात हुई, जब वे अपने पिता से मिलने के लिए परिवार के साथ कात्रज गए थे। इस दौरान उनके घर का लॉक तोड़कर अलमारी में से 25 तोला सोने के जेवरों की चोरी हो गई। इस बारे में विमानतल पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की खोजबीन शुरू कर दी।
तकनीकी विश्लेषण और मुखबिर से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस टीम इस नतीजे पर पहुंची कि इस चोरी की वारदात को सोसाइटी में सिक्योरिटी गार्ड का काम कर चुके संतोष उर्फ लारा जाधव ने अंजाम दिया है। उसे ढूंढ कर हिरासत में लिया गया, पूछताछ में उसने अपने साथी संतोष उर्फ रॉकी धनवजीर के साथ मिलकर चोरी की वारदात स्वीकार ली। यही नहीं उन्होंने चोरी के जेवर सातारा के सराफ अशोक जानी को बेचने की बात भी स्वीकार की। इसके अनुसार तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे 20 तोला सोने के जेवर बरामद कर लिए।
इस पूरी कार्रवाई को पूर्व प्रादेशिक विभाग म अप्पर पुलिस आयुक्त नामदेव चव्हाण, पुलिस उपायुक्त पंकज देशमुख, सहायक आयुक्त किशोर जाधव, विमानतल थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक गजानन पवार, पुलिस निरीक्षक (क्राइम) मंगेश जगताप के मार्गदर्शन में डिटेक्शन ब्रांच के पुलिस उपनिरीक्षक हनुमंत गिरी, कर्मचारी अविनाश शेवाले, अशोक आटोले, उमेश धेण्डे, रमेश लोहकरे, विशाल गाडे, संजय आढारी, विनोद महाजन, सचिन भिंगारदिवे, नाना कर्चे, अरुण पठाण, राहुल मोरे, किरण अबदागिरे, वैभव खैरे, प्रशांत कापुरे की टीम ने अंजाम दिया।