2022 तक केवल उम्मीद पर रहेंगे किसान: देसाई

पिंपरी पुणेः समाचार

केंद्र सरकार ने अपने बजट में खेती के लिए काफी सहूलियत देने की घोषणा की है, मगर उसकी छाप नहीं पड़ सकेगी। किसानों को पूरी मदद करनी चाहिए, कर्ज माफी, किसानों को जरुरी साधन- सामग्री और उत्पादन खर्च में और मदद की जरुरत है। चुनाव से पूर्व भाजपा ने स्वामीनाथन समिति की रिपोर्ट पर अमलबाजी करने का वचन दिया था, इसमें किसानों को कृषि उपज के लिए डेढ़ गुना दाम देने की बात शामिल है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 2022 तक डेढ़ गुना दाम देने की घोषणा की है, नतीजन किसान 2022 तक केवल उम्मीद के सहारे ही रह जाएंगे। यह टिप्पणी शिवसेना नेता एवं राज्य के उद्योगमंत्री सुभाष देसाई ने की है।

विभिन्न कार्यक्रमों व बैठकों क ेलिए पुणे पधारे देसाई ने सालभर में पेट्रोल- डिजल के दाम आसमान छूने की संभावना जताते हुए कहा कि, दो से तीन सालों से कू्रड आॅईल के दाम कम रहने के बाद भी भारत में कई टैक्स के चलते पेट्रोल- डीजल महंगे हुए हैं। अब जबकि कू्रड आॅईल के दाम भड़कने लगे हैं, तब पेट्रोल- डीजल के दाम और आसमान छूएंगे, यह तय है। भारत सरकार के सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्योग मंत्रालय और दलित इंडियन चेंबर आॅफ कॉमर्स एण्ड इंडस्ट्री के संयुक्त तत्वाधान में उद्यमियों के लिए आयोजित एक दिवसीय राज्य स्तरीय परिषद का उद्घाटन देसाई के हाथों किया गया। यहां उन्होंने पिछड़ेवर्गीयों के लिए चलाई जा रही योजनाओं का लाभ उठाने पर ही योजनाएं सफल होने की राय देते हुए पिछड़े वर्गीय उद्यमियों से सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने की अपील की है।

देश की औद्योगिक उन्नति में महाराष्ट्र का योगदान सबमें ऊपर है, यह दावा करते हुए उन्होंने आगे कहा, सरकार अगर कोई योजना चलाती है तो उसकी अमलबाजी सही तरीके से होना और जरुरतमंदों तक उसका लाभ पहुंचना जरुरी होता है। जनता और सरकार के बीच की दूरी को कम करने में दलित इंडियन चेंबर ने किया है। इस मौके पर डॉ. पीजीएस राव, दलित इंडियन चेंबर आॅफ कॉमर्स अ‍ॅण्ड इंडस्ट्रीचे (डिक्की) अध्यक्ष मिलिंद कांबले, उद्योगपति आरवी गुप्ते, मनोज लाल, संदीप बेडसाले, विधायक सूर्यकांत चाबुकस्वार, महिला विंग प्रमुख स्नेहल लोंढे, पश्चिम महाराष्ट्र प्रमुख देवानंद लोंढे, अविनाश जगताप, निश्चय शेळके, एनएसआयसी के पुणे विभाग प्रमुख विकास कुमार नायक उपस्थित थे।