पुणे के 16 साल के प्रथमेश ने किया गजब

 
4 घँटे में 50 हजार फ़ोटो क्लिक कर 40 घँटों में बनाई चांद की खूबसूरत तस्वीर 
 
संवाददाता, पुणे। यूं तो नासा, इसरो जैसी नामी गिरामी स्पेस एजेंसियां आए दिन चांद की खूबसूरत तस्वीरें शेयर करती रहती हैं। इन दिनों एक बार फिर चांद की खूबसूरत तस्वीरें शेयर की गई हैं, एमजीआर नासा या इसरो ने नहीं बल्कि पुणे के एक 16 साल ने किशोर ने शेयर की हैं। उसने 4 घँटे में 50 हजार फ़ोटो क्लिक कर 40 घँटों में चांद की खूबसूरत तस्वीर बनाई है। इंस्टाग्राम पर शेयर की गई पुणे में रहनेवाले प्रथमेश जाजू की इन तस्वीरों ने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया है।
प्रथमेश जाजू ने चांद की 50 हजार से ज्यादा तस्वीरें खींची। जब उन्होंने यह तस्वीरीं खींच लीं तब उसे एक साथ कम्पाइल कर दिया और चांद की एक 3डी खूबसूरत रंगीन तस्वीर पेश कर सबको चौंका दिया। प्रथमेश ने ये तस्वीरें अपने इंस्टाग्राम पर शेयर की हैं। प्रथमेश जाजू खुद को एक शौकिया खगोलशास्त्री और खगोल फोटोग्राफर कहते हैं, उन्हें वायरल तस्वीरें खूब पसंद आती हैं। प्रथमेश ने मीडिया से इन तस्वीरें के बारे में बात करते हुए इसकी पूरी कहानी सुनाई, जो काफी दिलचस्प है।

उन्होंने बताया कि तीन मई की रात को ये तस्वीरें कैप्चर की गईं। उन्होंने करीब चार घंटे तक वीडियो और तस्वीरें कैप्चर की। इसके बाद इसे प्रोसेस करने में 38-40 घंटे लग गए। 50 हजार तस्वीरें खींचने के पीछे की वजह चांद की सबसे अच्छी तस्वीर उतारना था। उन्होंने सभी तस्वीरों को एक साथ कम्पाइल किया है। उन्होंने जो तस्वीरें कैप्चर की थीं वे 186 गीगाबाइट डेटा से भी अधिक हैं। प्रथमेश का कहना है कि इतने बड़े पैमाने पर इमेज को प्रोसेस करने में उनके लैपटॉप की जान निकलने वाली थी, लेकिन आखिरकार यह पूरा हुआ। जब उन्होंने इसे पूरा किया तो 50 मेगापिक्सल की यह तस्वीर बनकर तैयार हुई।
चांद की इन तस्वीरों के खींचने के लिए प्रथमेश ने काफी मेहनत की। चांद की साफ तस्वीर लेने के लिए 50 हजार से ज्यादा फोटो खींची हैं और 186 गीगाबाइट डेटा का इस्तेमाल किया है। इसका रॉ डेटा 100 एमबी का होता है, लेकिन जब प्रोसेस करते हैं तो साइज बढकर 186 हो जाता है। फाइनल करने पर यह डेटा लगभग 600 एमबी तक पहुंचा। यह इमेज 3 डी इफेक्ट देने के लिए क्लिक की गई दो अलग तस्वीरों का एचडीआर कंपोसाइट है। यह थर्ड क्वॉर्टर मिनरल मून का मेरा सबसे डिटेल्ड और स्पष्ट शॉट है। प्रथमेश ने यूट्यूब पर वीडियो देखकर वहां इन तस्वीरों को कैप्चर करने और प्रोसेसिंग के बारे में जानकारी इकट्ठा की।
प्रथमेश ने मीडिया को यह भी बताया कि, मैं ऐस्ट्रोफिजिसिस्ट बनाना चाहता हूं और ऐस्ट्रॉनमी पढ़ना चाहता हूं, फिलहाल ऐस्ट्रोफटॉग्रफी मेरे लिए अभी सिर्फ एक हॉबी है। फोटोग्राफी के अलावा जाजू को एथलेटिक्स पसंद है। उन्होंने एथलेटिक्स की एक राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भी भाग लिया है। वे सोशल मीडिया पर भी काफी सक्रिय हैं और इंस्टाग्राम पर उनके काफी फॉलोअर्स हैं। प्रथमेश पुणे के विद्या भवन स्कूल में कक्षा 10 के छात्र हैं। उनके पिता कंप्यूटर की बिक्री और मरम्मत का व्यवसाय चलाते हैं, उनकी मां एक गृहिणी हैं।