दुनिया के 14.9 करोड़ बच्चे भूख की चपेट में; पिछले तीन सालों में कुपोषण की समस्या गहराई

वॉशिंगटन; समाचार ऑनलाइन- भुखमरी और कुपोषण आज हर देश में दीमक की तरह चिपक गया है. लाख कोशिशों के बाद भी यह समस्या जस-की-तस बनी हुई है. हाल ही में आई संयुक्त राष्ट्र फूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गनाइजेशन (यूएनएफएओ) की रिपोर्ट ने इस समस्या को बेहद गम्भीर बताया है. रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि पिछले तीन सालों से गरीबी और कुपोषण अपने पैर पसारे जा रही है. अर्थात गत तीन सालों से यह समस्या लगातार बढ़ी है.

ऑर्गनाइजेशन द्वारा सोमवार को यह रिपोर्ट जारी की गई है, जिसने सरकारों के गरीबों को खाना, छत आदि आधारभूत सुविधाएँ मुहैया कराने वाले वादों की धज्जियां उड़ा दी है.

रिपोर्ट के मुताबिक 2018 में 82.10 करोड़ लोग हर रात भूखे सोने को विवश थे. जबकि साल 2017 में इनकी संख्या 81.10 करोड़ थी. फिलहाल दुनिया के 14.9 करोड़ बच्चे भूख की चपेट में हैं. जबकि एशिया में 12% लोग कुपोषण से ग्रस्त हैं.

रिपोर्ट में बताया गया है कि गहराती कुपोषण और भुखमरी की समस्या के मुख्य कारणों में जलवायु परिवर्तन और युद्ध जैसे से हालात प्रमुख हैं. यूएन ने 2030 तक इस समस्या को पूरी तरह से खत्म करने का लक्ष्य रखा है, ताकि लोगों का शारीरिक-मानसिक विकास हो सके.