ठाणे में वैक्सीनेशन के लिए तैयार किए गए 13 फर्जी पहचान पत्र मिले

ठाणे : दक्षिण की अभिनेत्री मीरा चोपड़ा द्वारा ठाणे मनपा के पार्किंग प्लाज़ा के वैक्सीनेशन केंद्र में फर्जी प्रमाणपत्र के नाम पर वक्सीन लेने का मामला अभी ठंडा ही नहीं हुआ था कि और 13 ऐसे फर्जी पहचान पत्र बनाए जाने की जानकारी प्राथमिक जांच में मिली है। फिलहाल यह पता नहीं चल पाया है कि कितने लोगों ने इस फर्जी प्रमाणपत्र के आधार पर वैक्सीन लिया है। चोपड़ा का मामला सामने आने के बाद मनपा आयुक्त डॉ. विपिन शर्मा ने चार सदस्यीय जांच समिति नियुक्त की है, जिसने पहले दिन बताया कि ऐसे 13 फर्जी पहचान पत्र बनाकर वैक्सीन लिया गया है।

चोपड़ा ने शनिवार को टीका लगाए जाने के बाद शुरू में यह तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट की थी। इसके बाद आलोचना शुरू होने के बाद उन्होंने फोटो हटा दी। चोपड़ा ने भी आरोपों से इनकार किया। पार्किंग प्लाजा कोविड सेंटर में सुपरवाइजर के तौर पर चोपड़ा का फर्जी पहचान पत्र सामने आने पर मामला गंभीर हो गया। फर्जी प्रमाणपत्र पर ठाणे मनपा और ओम साई हेल्थ केयर प्राइवेट का लोगो है। यह संगठन ग्लोबल और पार्किंग प्लाजा कोविड सेंटर की देखरेख करता है। आयुक्त डॉ. शर्मा ने मामले की जांच के लिए उपायुक्त की अध्यक्षता में एक समिति गठित की। उपायुक्त विश्वनाथ केलकर, डॉ. अनिरुद्ध मालगांवकर, स्वास्थ्य अधिकारी और वर्तकनगर के सहायक आयुक्त प्रणली घोंगे शामिल हैं, इनको तीन दिन के भीतर जांच पूरी करने को कहा गया है।

पूछताछ के पहले दिन 13 और फर्जी पहचान पत्र मिले। समिति ने यह नहीं बताया कि पहचान पत्र किसके नाम से बनाए गए, उन पहचान पत्रों का दुरुपयोग कर कितने लोगों को टीका लगाया गया। समिति के सदस्यों ने कहा कि हम आयुक्त को सौंपी जाने वाली रिपोर्ट में अपनी जानकारी का उल्लेख करेंगे। फर्जी आईडी से टीका लगाने वालों के खिलाफ और सबूत जुटाने का काम भी किया जा रहा है।