चार सालों में मजदूर हित के 126 कानूनों में बदलाव 

राज्य न्यूनतम वेतन सलाहकार मंडल के अध्यक्ष डॉ कुचिक की जानकारी 
पिंपरी। संवाददाता – महाराष्ट्र राज्य न्यूनतम वेतन सलाहकार मंडल के अध्यक्ष डॉ रघुनाथ कुचिक ने पिंपरी चिंचवड़ में हालिया आयोजित श्रम परिषद् में अपनी ही सरकार पर निशाना साधते हुए यह खुलासा किया कि, भाजपा सरकार के चार साल के कार्यकाल में मजदुर हित के 126 कानूनों में बदलाव किये गए जोकि कंपनियों और पूंजीपतियों के फायदे के लिए है। महाराष्ट्र में तीन सौ औद्योगिक बसाहटों में प्रबंधन, पुलिस और उद्योगपतियों की मिलीभगत से मजदूरों के मसलों को दबाया जा रहा है। नतीजन औद्योगिक क्षेत्र में दहशत का माहौल है, इससे मजदूर आंदोलन का काफी नुकसान हो रहा है।
भीकू वाघेरे पाटिल प्रतिष्ठान द्वारा आयोजित इस श्रम परिषद में डॉ कुचिक, पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार, पूर्व उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की प्रमुख उपस्थिति में उल्लेखनीय काम करनेवालों को पुरस्कृत किया गया। इसमें खडकी एम्युनिशन फॅक्टरी क बबलू हिरामण चिंचवडे (इतिहास संशोधन); खोपोली मस्को कंपनी के दादाभाऊ जयवंत गावडे (साहित्यिक); पिंपरी फिनोलेक्स कंपनी के श्रीकांत संभाजी जाधव (गिर्यारोहण); भोयरे मावल के न्यू इंग्लिश स्कूल की ज्योती उमेश नवघणे (सामाजिक कार्य) और पिंपरी चिंचवड मनपा  की स्मिता सुखून जोशी (गायन) का समावेश है।
इस समारोह के मंच पर श्रम परिषद् के स्वागताध्यक्ष व पूर्व महापौर संजोग वाघेरे, सांसद श्रीरंग बारणे, शिवाजीराव आढलराव पाटिल, पूर्व विधायक  विलास लांडे, पिंपरी चिंचवड़ मनपा में विपक्ष के नेता दत्ता साने, वरिष्ठ नगरसेवक भाऊसाहेब भोईर, विठ्ठल नाना काटे, परिषद के निमंत्रक अरुण बो-हाडे, समन्वयक दिलीप पवार, वरिष्ठ मजदूर नेता डॉ कैलास कदम, कॉमरेड अजित अभ्यंकर, मनपा कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष बबन झिंजुर्डे, सी. श्रीकुमार, अरविंद श्रोत्री, मेधा थत्ते, विजय पालेकर, मारुती जगदाले, उदय भट आदि उपस्थित थे। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री शरद पवार के हाथों मजदूरों के संघर्ष का प्रतीक रहे प्रज्वलित मशाल मजदूर नेताओं कोई सौंपी गई।