10वीं पास डॉक्टर कर रहा था इलाज, पुलिस ने कसा शिकंजा

संवाददाता, पिंपरी। बिना किसी मेडिकल डिग्री के पिंपरी चिंचवड़ के बिजलीनगर स्थित एक हॉस्पिटल में डॉक्टरी कर रहे एक फर्जी डॉक्टर को पिंपरी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसने केवल दसवीं तक ही पढ़ाई की है, ऐसा प्राथमिक जांच में सामने आया है। गिरफ्तार आरोपी का नाम अक्षय केशव नेहरकर (निवासी बिजलीनगर, चिंचवड, पुणे) है। उसके खिलाफ विशाल भास्कर काटकर (49, निवासी वरली, कोलीवाडा) ने शिकायत दर्ज कराई है।

पुलिस के मुताबिक, अक्षय नेहरकर के पास कोई मेडिकल डिग्री नहीं है। इसके बावजूद उसने मेडिकल कन्सल्टंट की नौकरी के लिए आईसीआईसीआई जनरल इंश्योरेंस कंपनी में अपना रिज्यूमे मेल किया था। इसमें उसने बीएएमएस और एमडी अपियर लिखकर सिटी केयर हॉस्पिटल, युनिक हॉस्पिटल, ओएनपी लीला हॉस्पिटल, ऑनेक्स हॉस्पिटल में बतौर डॉक्टर के नौकरी करने की बात कही है। इंटरव्यू में उसने डॉ डी. वाय. पाटील कॉलेज ऑफ आयुर्वेदिक रिसर्च सेंटर पिंपरी चिंचवड से डिग्री लेने की बात बताई।

हालांकि जब उससे डिग्री के कागजात दिखाने को कहा गया तब वह नहीं दिखा सका। उसने बताया कि उसने ओनेक्स हॉस्पिटल बिजलीनगर में एक साल तक डॉक्टर के रूप में नौकरी की। बाद में नई नौकरी के लिए आयसीआयसीआय लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस कंपनी के पिंपरी व पुणे विभाग के कार्यालय में रिज्यूम ईमेल किया था। 5 फरवरी को उसे पिंपरी कार्यालय में इंटरव्यू के लिए बुलाया गया था। उसने जिस हॉस्पिटल में डॉक्टरी करने की बात कही उस हॉस्पिटल से इंश्योरेंस कंपनी के पास मुआवजे के लिए कई मामले आये थे। इसलिए कंपनी को अक्षय पर शक हुआ। इसके बाद कंपनी ने पूछताछ और जांच पड़ताल शुरू की। उसने जिन संस्थानों के नाम रिज्यूम में लिखे थे वहां पूछताछ करने पर उसे कोई डिग्री नहीं दिए जाने की बात साबित हुई। इसके बाद पुलिस में अक्षय के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई।