बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए 108 के पायलट व डॉक्टर सम्मानित

पिंपरी : समाचार ऑनलाईन –  बाढ़ की विपदा के दौरान 108 एम्बुलेंस सेवा ने बाढ़ पीड़ितों को मदद पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। इसके लिए इस सेवा के सांगवी मुख्यालय में राज्य के सार्वजनिक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री एकनाथ शिंदे के हाथों 108 एम्बुलेंस के पायलट और डॉक्टरों को सम्मानित किया गया। उनकी सराहना करते हुए शिंदे ने कहा कि 108 एम्बुलेंस सेवा महाराष्ट्र की जीवनदायिनी हैं, जो सड़क यातायात दुर्घटना पीड़ित या मेडिकल इमरजेंसी में तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए शुरू की गई थी। इस मौके पर बीवीजी इंडिया के उपाध्यक्ष दत्ता गायकवाड़, महाराष्ट्र इमरजेंसी मेडिकल सर्विसेज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ज्ञानेश्वर शेलके मौजूद थे।
महाराष्ट्र इमरजेंसी सेवा के तहत सांगली जिले में 24 एम्बुलेंस संचालित है। कोल्हापुर जिले में 36 एम्बुलेंस संचालित हैं।  इसके साथ ही 32 एंबुलेंस सातारा जिले में संचालित रही हैं। बाढ़ की गंभीर स्थिति के कारण कोल्हापुर, सांगली और सातारा में 10 अतिरिक्त एम्बुलेंस भेजी गईं थी। इस दौरान एम्बुलेंस में एक प्यारे से बच्चे का भी जन्म हुआ। सम्मान समारोह में मंत्री शिंदे ने आगे कहा, “108 एम्बुलेंस ने हजारों नागरिकों की मदद की है। इस सेवा ने 2014 से अगस्त 2019 तक राज्य में उपलब्ध 937 एम्बुलेंस के माध्यम से 43 लाख 15 हजार 9 रोगियों की जान बचाई है। दुर्घटनास्थल से जो कोई भी 108 डायल करता हैं उसे तत्काल चिकित्सा सहायता दी जाती है।  यह सेवा सभी के लिए निःशुल्क है। 108 कर्मचारियों की देखरेख के तहत लगभग 33 हजार शिशुओं का एम्बुलेंस में सफलतापूर्वक जन्म हुआ है।
इस एम्बुलेंस सेवा के कारण, 2014 से अगस्त 2019 के बीच 3 लाख 49 हजार 16 रोड ट्रैफिक दुर्घटना पीड़ितों को समय पर अस्पताल में भर्ती करना संभव हो सका है। दुर्घटना के तुरंत बाद आवश्यक प्राथमिक उपचार सेवाएं प्राप्त करके लाखों लोगों की जान बचाई गई है। अब तक, पीड़ितों को 13 विभिन्न प्रकार की इमरजेंसी परिस्थितियों के लिए समय पर प्राथमिक उपचार मिला है। सड़क दुर्घटना, प्राकृतिक आपदा या किसी भी प्रकार की इमरजेंसी में मरीज को गोल्डन अवर में उपचार प्रदान करने के लिए अत्याधुनिक एम्बुलेंस सेवा शुरू की गई है। एम्बुलेंस की जरूरत पड़ने पर कॉल करने के लिए एक टोल फ्री नंबर 108 भी लोगों तक पहुंचाया गया है। एम्बुलेंस ने महाराष्ट्र में पिछले 5 वर्षों में लाखों कॉल के माध्यम से कई लोगों को तत्काल चिकित्सा प्रदान की है।
डॉ. शेलके ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में, राज्य में लगभग 33,328 गर्भवती महिलाओं ने सफलतापूर्वक बच्चे को 108 एम्बुलेंस में जन्म दिया है। इस सेवा के तहत, राज्य में 937 एम्बुलेंस संचालित की जाती हैं। इसके अलावा, दो साल पहले मुंबई में एक बाइक एम्बुलेंस सेवा शुरू की गई थी। इस बाइक एम्बुलेंस सेवा के माध्यम से अब तक 22000 मरीजों को बचाया जा चुका है। बाइक एम्बुलेंस की सफलता के बाद, इसका विस्तार किया गया और वर्तमान में, राज्य में कुल 30 बाइक एम्बुलेंस चल रही हैं, जिसमें मुंबई में 18, पालघर, अमरावती में 5 और सोलापुर, गढ़चिरौली में 1 है।