मराठा आंदोलन के दौरान चाकण हिंसाचार में 108 गिरफ्तार

पिंपरी : समाचार ऑनलाईन – मराठा आंदोलन की पृष्ठभूमि पर बंद के दौरान चाकण में हुए आंदोलन को हिंसात्मक मोड़ मिला। इसमें चाकण पुलिस थाने पर भी हमला किया गया। इसमें पुलिस अधिकारियों के साथ कई कर्मचारी भी घायल हुए थे। थाने में तोड़फोड़ भी की गई। इस मामले की जांच पूरी होने की ओर है। इस मामले में कुल 108 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इसकी जानकारी पिंपरी चिंचवड़ पुलिस आयुक्त आरके पद्मनाभन ने दी।
चाकण हिंसाचार की जांच के दौरान करीबन दो हजार लोगों से पूछताछ की गई। इसमें दोषी पाए गए 108 लोगों की गिरफ्तारी की गई है। दोषियों की संख्या 23 से बढ़ गई है साथ ही अन्य 15 लोगों से पूछताछ जारी है। गिरफ्तार और पूछताछ किये जा रहे लोग राजनीतिक दलों से संबंधित हैं मगर राजनीतिक दबाव या हस्तक्षेप को दरकिनार करते हुए दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। पुलिस आयुक्त ने यह भी बताया कि, चाकण हिंसाचार और पुलिस थाने पर हमला दोनों अलग घटनाओं की अलग- अलग जांच की जा रही है।
हिंसाचार और तोड़फोड़ मामले में जिनसे पूछताछ की जा रही है उनमें एक भूतपूर्व विधायक भी शामिल है। उनसे पूछताछ जारी है। आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर यह गिरफ्तारियां की जा रही है, ऐसे आरोप लगाए जा रहे हैं। इस बारे में पूछने पर पुलिस आयुक्त पद्मनाभन ने बताया कि, थाने पर हुए हमले के वीडियो, ऑडियो, फ़ोटो और अन्य प्रमाण के आधार पर कार्रवाई की जा रही है न कि चुनाव के मद्देनजर। आरोपी किस पार्टी से संबंधित हैं, उनकी पृष्ठभूमि क्या है? इन सबका विचार न करते हुए उनका हमले में सहभाग है या नहीं, यह देखकर और जांच- परखकर कार्रवाई की जा रही है।
पूर्व विधायक दिलीप मोहिते का आया नाम
गत साल 30 जुलाई को मराठा आरक्षण की मांग को लेकर जारी आंदोलन के तहत निकाले गए मोर्चा ने अचानक हिंसक रूप अख्तियार कर लिया। उपद्रवियों ने जमकर तोड़फोड़ और आगजनी की। इस दौरान चाकण पुलिस थाने पर भी हमला और तोड़फोड़ की गई। इस मामले में अब यक 108 लोगों की गिरफ्तारी की गई है। पूछताछ में राष्ट्रवादी कांग्रेस के भूतपूर्व विधायक दिलीप मोहिते का नाम भी आगे आ रहा है। उनसे पूछताछ की जा रही है, यह बात पुलिस आयुक्त ने स्वीकार की है। बहरहाल पूर्व उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, जोकि आज सुबह पिंपरी चिंचवड़ शहर में पधारे थे, का इस ओर ध्यानाकर्षित करने पर उन्होंने कहा, मोहिते पर केवल शक है। किसी को भी टार्गेट किये बिना पारदर्शिता से कार्रवाई करने की मांग हमने मुख्यमंत्री से की है।