पिंपरी चिंचवड़ शहर की सडकों पर 1000 स्पीड ब्रेकर अवैध!

पिंपरी : समाचार ऑनलाइन –  सड़कों पर जगह- जगह बनाये गए स्पीड ब्रेकर जहां पीठ व गर्दन में दर्द, रीढ़ की हड्डियों की बीमारी और हादसों का सबब बनते जा रहे हैं, वहीं पिंपरी चिंचवड़ शहर के तकरीबन एक हजार स्पीड ब्रेकर अवैध रहने की चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। जागृत नागरिक महासंघ द्वारा किये गए सर्वेक्षण में यह सामने आया है कि शहर में केवल 110 स्पीड ब्रेकर पुलिस परमिशन से बनाये गए हैं। कई स्पीड ब्रेकर इंडिएन रोड काँग्रेस (आयआरसी) के मानकों के अनुसार नहीं बनाये गए हैं, यह खुलासा भी इस सर्वेक्षण से सामने आया है।
जागृत नागरिक महासंघ ने पिंपरी चिंचवड़ मनपा से शहर की सड़कों पर बने स्पीड ब्रेकर की जानकारी मांगी थी। इसके अनुसार मनपा के ‘ड’ क्षेत्रीय कार्यालय की सीमा में वाकड क्षेत्र में ट्रैफिक पुलिस की परमिशन केकर  24, पिंपले निलख में 42 और पिंपले सौदागर में एक कुल 67 स्पीड ब्रेकर बनाये गए हैं। 124 स्पीड ब्रेकर ऐसे हैं जोकि आयआरसी के मानकों के अनुसार नहीं बनाए गए हैं। ‘फ’ क्षेत्रीय कार्यालय की सीमा में कुल 444 स्पीड ब्रेकर हैं जिसमें से 14 स्पीड ब्रेकर पुलिस से परमिशन लेकर बनाये गए हैं। इसमें से 385 स्पीड ब्रेकर आयआरसी के मानकों के अनुसार नहीं हैं। ‘इ’ क्षेत्रीय कार्यालय की सीमा में 76 स्पीड ब्रेकर आयआरसी मानकों के अनुसार नहीं है। यही नहीं यहां किसी भी स्पीड ब्रेकर के लिए पुलिस से परमिशन नहीं ली गई है।
ट्रैफिक पुलिस की परमिशन से शहर में कुल 110 स्पीड ब्रेकर बनाए गए हैं। इसमें सांगवी ट्रैफिक पुलिस विभाग में पांच, हिंजवडी ट्रैफिक पुलिस विभाग में 44, निगडी ट्रैफिक पुलिस विभाग में 21, दिघी-आलंदी ट्रैफिक विभाग में एक, तलवडे ट्रैफिक पुलिस विभाग में एक, भोसरी ट्रैफिक विभाग में 11, चिंचवड ट्रैफिक विभाग में 21, पिंपरी ट्रैफिक पुलिस विभाग में सात स्पीड ब्रेकर शामिल हैं। अन्य सभी स्पीड ब्रेकर अवैध रहने का दावा महासंघ ने किया है। महासंघ के अध्यक्ष नितीन यादव ने कहा कि, शहर के कुछ हिस्सों में स्पीड ब्रेकर का सर्वेक्षण किया गया। कई जगहों पर तो 500 मीटर के भीतर दस दस स्पीड ब्रेकर रहने की बात भी सामने आई है। पुलिस परमिशन के बिना स्पीड ब्रेकर बनाने पर मामला दर्ज कराना चाहिए। इस बारे में सूचना अधिकार के तहत पत्र भेजने पर कार्रवाई शुरू रहने की जानकारी दी गई है। वहीं मनपा प्रशासन का कहना है कि हर जगह पुलिस से परमिशन लेकर स्पीड ब्रेकर बनाना संभव नहीं है।