1 लाख रुपये रिश्वत लेनेवाला शाखा अभियंता एसीबी के जाल में

मुंबई : म्हाडा के अंतर्गत आने वाले बिल्डिंग की दुरुस्ती काम के बिल की रकम को मंजूरी देने के लिए 1लाख रुपये की रिश्वत की मांग की। उस रिश्वत को स्वीकारते हुए मुंबई बिल्डिंग व दुरुस्ती पुनर्रचना मंडल कुलाबा स्थित शाखा अभियंता को एंटी करप्शन ब्युरो ने जाल बिछाकर पकड़ा। यह कारवाई बुधवार को की गई। राजकुमार हणमंत वरुडे (उम्र 53) को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया।

इस मामले में निर्माण कॉन्ट्रैक्टर ने मुंबई एसीबी से 16 फरवरी को शिकायत की थी। शिकायतकर्ता कॉन्ट्रैक्टर है उसने 2019-20 में म्हाडा के अंतर्गत होने वाले बिल्डिंग के मेंटेनेंस का काम लिया था। शिकायतकर्ता को ए वार्ड के कुल 36 दुरुस्ती के काम मिले थे। इसे उसने पूरा किया है। इसका बिल 22 लाख 60 हजार रुपये का हुआ। इसमे से 5 लाख रुपये का बिल मंजूर किया गया था।

बची हुई रकम के बिल को मंजूर करने के लिए शाखा अभियंता राजकुमार वरुडे ने शिकायतकर्ता दे 1 लाख रुपये की रिश्वत मांगी। इसके बाद शिकायतकर्ता ने 16 फरवरी को लिखित में एसीबी से शिकायत की। जब एसीबी के अधिकारियों ने इसकी जांच की तो यह सामने आया कि राजकुमार वरुडे ने शिकायतकर्ता से 1 लाख रुपए रिश्वत की मांग की थी। उसके बाद जाल बिछाकर शिकायतकर्ता से 1 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए राजकुमार वरुडे को रंगेहाथ गिरफ्तार किया।

एंटी करप्शन ब्युरो ने अपील की है कि सरकारी काम के लिए जनसेवक अगर रिश्वत की मांग करता है तो इसकी शिकायत एसीबी से करे। साथ ही एसीबी के 1064 इस हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करे।