महिला की कमर से निकला 1 करोड़ का सोना, बांध रखी थी बेल्ट 

पटना. ऑनलाइन टीम  
भारतीय बाजारों में म्यांमार से आने वाला सोना छाने लगा है। म्यांमार की भौगोलिक स्थिति और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर निगरानी में ढील ने इसे तस्करों के लिए काफी मुफीद बना दिया है। सीमा पर स्थित जंगल और पहाड़ी इलाके तस्करों को रास आने लगे हैं। भारतीय बाजारों में म्यांमार के मुकाबले कीमतों में प्रति ग्राम तीन से चार हजार रुपए के भारी अंतर ने भी इसे मुनाफे का सौदा बना दिया है। इसका ज्यादातर हिस्सा तस्करी के जरिए भारत पहुंच रहा है।नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस के A1 बोगी से डेढ़ किलो सोने के साथ एक महिला और एक पुरुष को गिरफ्तार किया है। दोनों मुंबई के रहने वाले हैं और तस्करी के सोने को म्यांमार के रास्ते असम से लाया जा रहा था।

इसी तरह की एक घटना में आरपीएफ और डीआरआई को सूचना मिली थी कि इस ट्रेन के माध्यम से बड़ी मात्रा में सोने की तस्करी की जा रही है। दोनों ने संयुक्त रूप से बड़ी कार्रवाई की। नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस की सघन तलाशी ली गई। इस दौरान A1 बोगी में कुछ लोग संदिग्ध नजर आए। दोनों ही टीम के सदस्यों ने उनसे पूछताछ की। इसके बाद उनकी तलाशी ली गई।  तलाशी में महिला की कमर के बेल्ट से डेढ़ किलो सोना बरामद किया गया है।  अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत एक करोड़ से ज्यादा बताई जा रही है। फिलहाल दोनों तस्कर से अंतरराष्ट्रीय लिंक के बारे में पूछताछ की जा रही है। आरपीएफ की टीम ने शमद नामक युवक और अफरोज आमिर उल्लाह नाम की महिला को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार महिला के पास से 2 और युवक के पास से 1 सोने का बिस्किट मिला है।

पूछताछ में यह बात सामने आई है कि दोनों मुंबई में रहते हैं। पूछताछ में यह बात सामने आई है कि शायद इसके पीछे एक बड़ा गिरोह काम कर रहा है। इनसे पूछताछ के आधार पर पुलिस गिरोह के और लोगों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। सोने की तस्करी में एक बड़ा सिंडिकेट काम कर रहा है।इस साल अब तक लगभग 60 करोड़ रुपये का सोना तस्करों से बरामद किया गया है। बीते साल यह आंकडा लगभग 110 करोड़ था। केंद्रीय एजंसियों का कहना है कि म्यांमार से सोने की तस्करी ने दुबई और बैंकॉक के पारंपरिक रूट को भी पीछे छोड़ दिया है।