1 अप्रैल से बिजली दरें दोगुनी

अचानक ही ग्रामीण क्षेत्रों की बिजली में लगभग पांच गुना और शहरी क्षेत्रों की बिजली में दोगुना वृद्धि करने की तैयारी है।

रांची : 1 अप्रैल से राज्य की बिजली महंगी हो जाएगी। सरकार ने बिजली की दरों में वृद्धि करने का फैसला लिया है। बिजली की दर अधिक रखी जाएगी, रियायत गैस सिलेंडर की तरह डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर स्कीम के तहत सीधे उपभोक्ताओं को दी जाएगी। अब तक यहां पूरे देश में सबसे सस्ती बिजली मिलती थी। अब अचानक ही ग्रामीण क्षेत्रों की बिजली में लगभग पांच गुना और शहरी क्षेत्रों की बिजली में दोगुना वृद्धि करने की तैयारी है। राज्य बिजली वितरण निगम ने दरों में वृद्धि का प्रस्ताव ऊर्जा नियामक आयोग को दे दिया है।

इसके मुताबिक, ग्रामीण क्षेत्र की बिजली जो अभी 1.25 रु. प्रति यूनिट थी, उसे बढ़ाकर 6.25 रु. प्रति यूनिट करने का प्रस्ताव है। इसी तरह, शहरी क्षेत्र की बिजली जो अभी 3 रु. प्रति यूनिट है, इसे बढ़ाकर 7 रु. करने का प्रस्ताव है। फैक्ट्रियों में उपयोग होने वाली एचटी बिजली जो अभी 6.25 रु. प्रति यूनिट थी, इसमें 25 पैसे की कमी होगी।

सोमवार को ऊर्जा नियामक आयोग के राज्य सलाहकार समिति की बैठक हुई। आयोग के अध्यक्ष डाॅ. अरविंद प्रसाद ने बताया कि राज्य सरकार अब रिसोर्स गैप की राशि निगम को नहीं देगी, इसलिए दरें काफी महंगी होंगी। रिसोर्स गैप के रूप में पहले सरकार काफी राशि वितरण निगम को देती थी इससे बिजली सस्ती मिलती थीं। पिछले साल सरकार ने यह राशि नहीं देने का निर्णय लिया है। इसलिए अब काॅमर्शियल दरें लागू होंगी। आयोग 31 मार्च तक दरें निर्धारित कर देगा।
झारखंड राज्य बिजली वितरण निगम ने नई बिजली दर के लिए आवेदन दिया है, उसके मुताबिक घरेलू बिजली दर 7 रु. प्रति यूनिट करने का प्रस्ताव है। वित्तीय वर्ष 2017-18 में 12053.7 मिलियन यूनिट और वित्तीय वर्ष 2018-19 में 12676 मिलियन यूनिट की जरूरत बताई गई है। वित्तीय वर्ष 2017-18 में 6660 करोड़ और 2018-19 में 7359.4 करोड़ राजस्व की जरूरत बताई गई है। वित्तीय वर्ष 2017-18 में रेवेन्यू गैप 766.34 करोड़ रु. दिखाया गया है।