हिमाचल भूस्खलन : बस का मलबा मिला, 20 अब भी लापता

शिमला, 12 अगस्त (आईएएनएस)। हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में बड़े पैमाने पर भूस्खलन के बाद 500 मीटर गहरी खाई में गिरी बस का मलबा गुरुवार सुबह बरामद कर लिया गया। बचाव दल ने यह जानकारी दी। इस आपदा में अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 20 अन्य अभी भी लापता हैं।

मलबे से ढके 200 मीटर के दायरे में फंसे 20 से अधिक लोगों को निकालने के लिए कई एजेंसियों की मदद से बचाव अभियान जारी है।

मंगलवार को भूस्खलन में एक ट्रक, एक राज्य रोडवेज बस और अन्य वाहन दब गए, जो राज्य की राजधानी से लगभग 180 किलोमीटर दूर निगुलसारी के पास शिमला-रेकांग पियो राजमार्ग के एक हिस्से पर थे।

भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) ने एक ट्वीट में कहा, 17, 18 और 43 बटालियन के आईटीबीपी के जवानों को सड़क से लगभग 500 मीटर नीचे और सतलुज नदी से 200 मीटर ऊपर पहली लाइट (0525 बजे) पर बस का मलबा मिला। एक और शव निकाला गया। अब तक कुल 11 शव निकाले गए हैं।

राज्य आपदा प्रबंधन निदेशक सुदेश कुमार मोख्ता ने आईएएनएस को बताया कि 15 लोगों को बचा लिया गया है और 13 शव बरामद किए गए हैं।

उन्होंने कहा कि राजमार्ग अभी भी यातायात के लिए बंद है।

स्थानीय विधायक जगत सिंह नेगी ने मौके का दौरा किया और आईटीबीपी, स्थानीय अधिकारियों, सेना और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के बचाव अभियान का निरीक्षण किया।

हिमाचल सड़क परिवहन निगम की बस रिकांगपियो से शिमला होते हुए हरिद्वार जा रही थी। इसके चालक और परिचालक बाल-बाल बच गए।

लापता बस यात्रियों के परिजनों ने उनके ठिकाने के बारे में जानने के लिए स्थानीय अधिकारियों से संपर्क किया। ज्यादातर पीड़ित किन्नौर जिले के हैं।

दुर्घटना से खुद को बचाने में सफल रहे व्यक्ति ने कहा, आपदा से ठीक पहले कुछ पत्थर लुढ़कने लगे। परेशानी को भांपते हुए, मैं दूसरी तरफ भागा और खुद को बचाने में कामयाब रहा।

प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि बुरी तरह क्षतिग्रस्त बस से पीड़ितों को निकालने में प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ी।

बचावकर्मियों को पहाड़ पर चढ़ने और शवों को लाने में घंटों लग गए। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को बारिश और बार-बार भूस्खलन होने से भी बचाव अभियान में बाधा आई।

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ठाकुर से बात की और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया।

किन्नौर में एक महीने से भी कम समय में यह दूसरी बड़ी प्राकृतिक आपदा है। 25 जुलाई को जिस वाहन से वे यात्रा कर रहे थे, उसमें बोल्डर गिरने से नौ लोगों की मौत हो गई, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे।

–आईएएनएस

आरएचए/एएनएम