हमें भी वेश्या समझकर, हमसे पूछते हैं रेट, मंडई इलाके में खड़े रहना भी हुआ मुश्किल – महिलाओं ने व्यक्त की व्यथा

– पुणे के मंडई परिसर में खुलेआम चल रहा वेश्याव्यसाय

– मंडई परिसर में पुलिस की नाकाबंदी जोरों पर, वेश्याव्यसाय पर कारवाई ठंड़ी

– मंडई के इलाके में खुलेआम वेश्याव्यवसाय करने के लिए खड़ी रहती हैं महिलाएं

– पुलिस को शिकायत करने के बाद नहीं होती कारवाई

गुणवंती परस्ते

पुणे – सड़क से गुजरनेवाले लोग हमें भी वेश्या समझते हैं और हमारी तरफ गलत नजरों से देखते हैं, हमारे पास आकर हमें अश्लील इशारा करके हमसे कितना लेगी? जैसे अश्लील सवाल करके हमसे भद्दे सवाल पूछे जाते हैं, हमारा सड़क पर रूकना और चलना दुर्भर हो गया है, पुणे जैसे शहर में हम खुद को असुरक्षित महसूस करते हैं, जिसकी वजह सड़कों पर खुले आम चल रहे वेश्याव्यवसाय ही जिम्मेदार हैं. वेश्याव्यवसाय करनेवाली महिलाएं अपना अड्डा छोड़कर सार्वजनिक स्थानों में घंटों खड़े रखकर ग्राहक जुटाने में लगी रहती है, जिसकी वजह से लोग हमें भी वेश्याव्यवसाय करनेवाली ही समझते हैं. यह व्यथा और अपना दुख पुणे शहर के मंडई इलाके की महिलाओं ने व्यक्त किया है.

मंडई परिसर पुणे का सबसे प्रसिद्ध और मध्यवर्ती इलाका है, जहां पर लोगों की रोजाना अच्छी खासी भीड़ खरीदारी करने के लिए रहती है, पर यहां पर खुलेआम वेश्याव्यवसाय करनेवाली महिलाओं के खड़े होने से आम महिलाओं को रोजाना छेड़खानी का सामना करना पड़ रहा है. पुलिस स्टेशन में बार बार शिकायत करने के बाद भी पुलिस महिलाओं की इन समस्याओं को नजरअंदाज करने का आरोप महिलाओं द्वारा लगाया गया है. अपना नाम नहीं बताने की शर्त पर एक 28 वर्षीय महिला ने बताया कि मंडई पुणे में सब्जी मार्केट के लिए काफी प्रसिद्ध है, घर के लिए सब्जी और फल खरीदने के लिए मुझे हमेशा मंडई आना पड़ता है, पर साथ ही मुझे पुरुषों द्वारा छेड़खानी का भी सामना करना पड़ता है. हम किसी काम से मंडई में रूके हुए हैं, तो लोग हमें वेश्याव्यवसाय वाली समझकर हमें गंदे इशारे करके बुलाने की कोशिश करते हैं और हमसे लॉज में चलने की गंदी बातें करते हैं. मंडई में दिनदहाड़े और खुले आम वेश्याव्यवसाय करनेवाली महिलाएं रूकी हुई रहती है. जिसकी वजह से हमें मंडई में भी जाने से अब डर लगता है.

कानूनन सार्वजनिक स्थान में इस तरह से खड़े होकर वेश्या व्यवसाय करने गलत है, पर पुलिस की नाक के नीचे से यह व्यवसाय किया जा रहा है और पुलिस इस व्यवसाय को जानबूझकर बढ़ावा दे रही है. इस बारे में बार-बार पुलिस को इतला करने बाद भी किसी भी तरह की कारवाई नहीं की जा रही है. ऐसा आरोप छेड़खानी से पीड़ित महिलाओं द्वारा लगाया गया है. भष्ट्राचार विरोधी सामाजिक न्याय मंच की पुणे शहर अध्यक्ष कांचन दोडे ने बताया कि मंडई में दिन पे दिन वेश्याव्यवसाय करनेवाली महिलाओं की तादाद बढ़ती जा रही है. सुबह 10 बजे से ही मंडई परिसर में आकर यह महिलाएं व्यवसाय करने के लिए खड़ी हो जाती है. मंडई इलाके के बस स्टॉप, सिग्नल, बाजार और सड़क पर ग्रुप के साथ यह महिलाएं रुकी रहती है. कानूनन सार्वजनिक स्थान पर इस तरह से खड़े होकर वेश्याव्यवसाय करना अपराध है, पर इसके बावजूद सार्वजनिक स्थान पर इन महिलाओं की तादाद दिन पर दिन बढ़ती जा रही है. इन महिलाओं का इस तरह मंडई इलाके में रूकने की वजह से आम महिलाओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. मंडई स्थित बस स्टॉप पर स्कूल और कॉलेज की बस पकड़ने के लिए स्टूडेंट रुकती हैं, पर बस स्टॉप में वेश्याव्यवसाय करनेवाली महिलाएं ही बैठी रहती हैं, जिसकी वजह से वहां से गुजरनेवाले लोग छात्राओं को भी बुरी नजर देखते हैं और उनको लॉज चलने का ऑफर देते हैं. सार्वजनिक शौचालय के अंदर भी जाकर अश्लील हरकतें भी की जाती हैं.

प्राइवेट नौकरी करनेवाली संगीता चंदाने बताया कि पुलिस को बार बार शिकायत करने के बाद भी पुलिस हमारी शिकायत पर ध्यान नहीं देती है. पुलिस बंदोबस्त और नाकाबंदी करने के बाद भी पुलिस को मंडई में अवैध रूप से वेश्याव्यवसाय करनेवाली महिलाएं खड़ी हुई दिखाई नहीं देती. पुलिस जानबूझकर इस मामले को नजरअंदाज कर रही है और आम महिलाओं की सुरक्षा को नजरअंदाज कर रही हैं. दिन पर दिन इस वजह से मंडई परिसर में छेड़खानी के मामले बढ़े हैं, मंडई परिसर हमें डर डरके रहना पड़ रहा है. हमारे परिवार की बच्चियां भी इसी इलाके से स्कूल और कॉलेज जाने के लिए गुजरती हैं, उनको भी इस गंदे माहौल से गुजरना पड़ता है और छेड़खानी का सामना करना पड़ता है.