स्थायी समिति की आखिरी धुंआधार ‘बैटिंग’

550 करोड़ के प्रस्तावों पर होगा फैसला

पिम्परी। मौजूदा चैयरमैन और सदस्यों की आखिरी साबित होनेवाली स्थायी समिति की सभा धुंआधार होने के आसार है। इस सभा के एजेंडे पर 550 करोड़ रुपए के प्रस्तावों पर फैसला होना है, जिसके चलते विपक्ष के साथ ही सत्ताधारी खेमे की भी भौंवे ऊंची हो गयी है। आर्थिक दृष्टि से सशक्त माने जाने वाली स्थायी समिति सदस्यों को ‘विटामिन एम’ की आपूर्ति करती है, यह अब किसी से छिपा नहीं है। नतीजन यह समिति हमेशा से चर्चा व विवादों के घेरे में रहती है। चूंकि समिति की मुखिया समेत 8 सदस्यों की यह आखिरी सभा है, अतः इसमें मंजूर और पेश होने वाले प्रस्तावों की ओर सभी की निगाहें गड गयी है।

स्थायी समिति अध्यक्षा सीमा सावले समेत 8 सदस्य ‘ड्रा’ के जरिए समिति से बाहर हो गए हैं। उनकी जगह नए सदस्यों की नियुक्ति का प्रस्ताव सर्व साधारण सभा में लंबित है। उसी में सत्ताधारी भाजपा ने अपने सभी नगरसेवकों को मौका देने के लिहाज से स्थायी समिति में रहे अपने अन्य सदस्यों के भी इस्तीफे लेने की ठान ली है, हांलाकि इस पर अंतिम फैसला होना अभी बाकी है। फिलहाल मंगलवार को रिटायर होने वाले सदस्यों की आखिरी सभा होने जा रही है। क्योंकि उनका कार्यकाल 28 फरवरी को समाप्त होने जा रहा है। इस आखिरी सभा में प्रधानमंत्री आवास योजना, वेस्ट टू एनर्जी , सड़क विकास समेत विविध 550 करोड़ रुपए खर्च के ‘रिकार्ड तोड़’ प्रस्ताव पेश किये जा रहे हैं। नतीजन विपक्ष के साथ सत्ताधारी दल की बाजी निगाहें इस सभा पर गड गई हैं।

इस सभा में सबसे अहम प्रस्ताव याने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 220 करोड़ 75 लाख रुपए की लागत से चरहोली और रावेत में क्रमशः 1442, 934 कुल 2376 घरों की गृह परियोजना का प्रस्ताव शामिल है। इसके साथ ही मोहि में वेस्ट टू एनर्जी की परियोजना के प्रस्ताव पर भी फैसला होना है, जिसके लिए 208 करोड़ 36 लाख रुपए का खर्च अनुमानित हैं। चिंचवड़ में प्रो. रामकृष्ण मोरे प्रेक्षागृह के नवीनीकरण हेतु 18 करोड़ 41 लाख रुपए, दापोड़ी ब्रिज से सृष्टि चौक तक 18 मीटर सड़क के निर्माण हेतु 18 करोड़ 26 लाख रुपए, दमकल विभाग के लिए 3 फायर कैनन टावर वेहिकल खरीदने हेतु आठ करोड़ 14 लाख रुपए, नाशिकफाटा- वाकड बीआरटी रोड पर गोविंद गार्डन चौक में सबवे निर्माण हेतु 9 करोड़ 29 लाख रुपए के खर्च समेत विविध प्रस्तावों पर फैसला होना है।