सीओए ने न्यूजीलैंड दौर के कार्यकरण क्रम का किया बचाव

नई दिल्ली, 24 जनवरी (आईएएनएस)| विराट कोहली ने न्यूजीलैंड दौर के कार्यक्रम को लेकर सवाल उठाए थे और आईपीएल के पूर्व चेयरमैन ने उनका साथ देते हुए प्रशासकों की समिति (सीओए) के इसके लिए जिम्मेदार ठहराया था। हालांकि अब भंग हो चुकी समिति के सदस्यों ने इस आलोचना का जवाब दिया है।

सीओए से संबंध रखने वाले एक सूत्र ने आईएएनएस से कहा कि फ्यूचर टूर प्रोग्राम (एफटीपी) के बारे में कप्तान और कोच रवि शास्त्री से बात की गई थी और साथ ही महेंद्र सिंह धोनी से भी इस संबंध में बात की गई थी। यह बैठक राष्ट्रीय राजधानी में हुई थी और अब अचानक से इस बात को उछालने की कोई तुक नहीं है।

सूत्र ने कहा, “यह हमारे लिए हैरानी वाली बात है क्योंकि एफटीपी को लेकर दिल्ली में कोहली, शास्त्री और धोनी से बात हुई थी। सीओए ने एफटीपी तय नहीं किया था। तीनों ने अपनी बात रखी थी और कहा था कि चूंकि 2020 में टी-20 विश्व कप होना है इसलिए ज्यादा ध्यान टी-20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों पर दिया जाए। उस बैठक में न्यूजीलैंड दौरे को लेकर किसी तरह के सवाल खड़े नहीं किए गए थे।”

उन्होंने कहा, “मैं इस बात को लेकर आश्वस्त हूं कि वह इस बात को जानते थे कि उन्हें पहला मैच 24 जनवरी को खेलना है तो इसके लिए उन्हें कुछ दिन पहले पहुंचना होगा। वह इस बात को भी जानते थे कि आस्ट्रेलियाई सीरीज कब खत्म हो रही है। समझ नहीं आ रहा कि अब यह बात कहां से उठ गई।”

भारत इस समय न्यूजीलैंड दौरे पर है। भारत ने हाल ही में बेंगलुरू में आस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज का आखिरी और तीसरा मैच खेला था और फिर अगले दिन न्यूजीलैंड के लिए रवाना हो गई थी।

न्यूजीलैंड में संवाददाता सम्मेलन में कोहली ने कहा कार्यक्रम पर सवाल खड़ा करते हुए कहा था, ” सीधे स्टेडियम में जाना बहुत जल्दी-जल्दी हो रहा है। इस तरह ऐसी जगह जाना जो भारतीय समय के अनुसार साढ़े सात घंटे आगे है, इससे सामंजस्य बैठाना मुश्किल हो जाता है। उम्मीद है कि भविष्य में इस पर ध्यान दिया जाएगा।”

उन्होंने कहा, “लेकिन यह विश्व कप का साल है और हर टी-20 अहम है। इसलिए हम अपना फोकस नहीं खो सकते।”

वहीं राजील शुक्ला ने ट्वीट कर लिखा था, “मैं कोहली की बात से सहमत हूं कि कैलेंडर ज्यादा व्यस्त है। लगातार मैच होने नहीं चाहिए और सीरीज भी। खिलाड़ियों को आराम मिलना चाहिए। सीओए को कार्यक्रम को अंतिम रूप देने से पहले इस बात का ध्यान रखना चाहिए था।”