सीईए का चालू खाता सरप्लस पर खुश होना आश्चर्यजनक : चिदंबरम

नई दिल्ली, 24 नवंबर (आईएएनएस)। पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा है कि वह मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) के.वी. सुब्रमण्यन द्वारा चालू खाता सरप्लस पर खुशी जताने को लेकर हैरान हैं।

सुब्रमण्यन ने कहा था कि भारत सरकार द्वारा हाल ही में घोषित आर्थिक सुधारों के कारण चालू खाता सरप्लस में जा सकता है।

सीईए के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए, चिदंबरम ने कहा, सीईए ने मेरे संदेह की पुष्टि की है कि भारत के लिए चालू खाते के अधिशेष के साथ वर्ष 2020-21 समाप्त हो जाएगा। लेकिन मैं उनकी टिप्पणी के लहजे से हैरान हूं। क्या सीईए एक चालू खाता अधिशेष का जश्न मना रहा है?

उन्होंने कहा, यह देखते हुए कि हम पूंजी की जरूरत में एक विकासशील देश हैं, हम एक चालू खाता सरप्लस पर खुशी नहीं मना सकते।

चिदंबरम ने कहा कि कई अर्थशास्त्रियों ने कहा है कि चालू खाता सरप्लस का मतलब है कि भारत अपनी पूंजी विदेशों में निवेश कर रहा है! पूर्व वित्त मंत्री ने कहा, हमारी नीतियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि निर्यात और आयात दोनों को मिलाकर चालू खाता घाटा मैनेजेबल हो।

सीईआई के एमएनसीएस सम्मेलन 2020 में सोमवार को बोलते हुए, सीईए ने कहा था कि श्रम कानून सुधारों के कार्यान्वयन ने बढ़े हुए थ्रेसहोल्ड, एमएसएमई परिभाषा के परिवर्तन और आसान छंटनी मानदंडों के अनुपालन में ढील दी है।

उन्होंने कहा था कि सरकार द्वारा आर्थिक सुधार के उपायों के कारण, भारतीय अर्थव्यवस्था कोविड-19 संकट से निपटने के प्रयास के बावजूद चालू खाता सरप्लस देख सकती है।

सरकार ने कई बाजार उदारीकरण के उपाय किए हैं, जिसमें महामारी के बीच अर्थव्यवस्था को समर्थन देने की घोषणा की गई आर्थिक पैकेजों के हिस्से के रूप में रक्षा में एफडीआई सीमा को बढ़ाना, कोयला खनन, श्रम कानून में सुधार करना शामिल है।

–आईएएनएस

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